लखनऊ: फर्जी मुठभेड़ मामले में पैरोकार रहे सिख नेता हरजिंदर सिंह कहलो व उनके रुद्रपुर निवासी दोस्त अमन दीप सिंह को एटीएस की मदद से पंजाब पुलिस ने आज लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया है। इन दोनों पर पंजाब में आतंकी गतिविधियों में शामिल बब्बर खालसा गिरोह की मदद का आरोप है।
लखनऊ में डॉ. राम मनोहर लोहिया संस्थान में मेडिकल परीक्षण के बाद दोनों को साथ लेकर पंजाब पुलिस अमृतसर रवाना हो गई है। हरजिंदर कहलो की पत्नी मन दीप कौर ने बताया कि मंगलवार को अमनदीप के साथ तीन दिन के लिए बताकर दिल्ली गए थे। बाद में दिल्ली से फोन किया कि यहीं से लखनऊ निकलना पड़ रहा है।
परसों दिन में डेढ़ बजे फोन आया कि लखनऊ से पीलीभीत के लिए निकल रहा हूं। इसके बाद इधर से कई बार फोन किया तो स्विच ऑफ मिला। कल सुबह 8.30 बजे फोन पर बताया गया कि एटीएस ने उन्हें पूछताछ के लिए रोका है। इसके बाद मैं लखनऊ एटीएस आफिस लखनऊ गई, वहां भरोसा दिलाने के बावजूद मुझे मिलने नही दिया गया। देर रात्रि बताया गया कि कहलो और अमन को पंजाब पुलिस ले गई।
पंजाब पुलिस ने उत्तर प्रदेश एटीएस की मदद से इनको गिरफ्तार किया है। पंजाब में दोनों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा चल रहा है। इन दोनों पर आतंकी संगठन बब्बर खालसा के लिए काम करने का आरोप है। पंजाब पुलिस को लंबे समय से दोनों की तलाश थी।
बताया जा रहा है कि पिछले दिनों लखनऊ में एक धार्मिक स्थल से पकड़े गए बब्बर खालसा के संदिग्ध आतंकी बलवंत सिंह ने पूछताछ में इन दोनों का नाम लिया था। पंजाब पुलिस और एटीएस दोनों ही इसे गैंगस्टर का अपराधी बता रहे हैं, जिनकी लंबे समय से तलाश थी। यूपी एटीएस के आइजी असीम अरुण ने बताया कि पंजाब पुलिस के अधिकारी दो अपराधियों का वारंट लेकर आए थे और उन्होंने एटीएस से मदद मांगी थी। इस पर एटीएस की एक टीम पंजाब पुलिस के साथ लगाई गई थी। दोनों को गिरफ्तार कर पंजाब पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। उन्होंने बब्बर खालसा से किसी तरह के लिंक की बात से इन्कार किया है।
लखनऊ में डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में दोनों की मेडिकल जांच कराने के बाद पंजाब पुलिस उन्हें लेकर पंजाब रवाना हो गई। जहां कल उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।
अमनदीप और हरविंदर ने पीलीभीत में अपना ठिकाना बनाया हुआ था, जहां वे लंबे समय से रह रहे थे। सूत्रों का दावा है कि इन दोनों का संपर्क पूर्व में गिरफ्तार किए गए बलवंत सिंह से होता रहता था। मालूम हो कि बलवंत सिंह बब्बर खालसा के लिए काम करता था। उसकी निशानदेही पर बब्बर खालसा के खूंखार आतंकी जसवंत सिंह उर्फ काला को उन्नाव में एक फार्म हाउस से गिरफ्तार किया गया था।