Thursday, March 28, 2024
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उत्तर प्रदेश,पुलिस बनकर लूट रहे है लूटेरे सोने के जेवर,महिलाओ से लूट की वारदात आयी सामने

SI News Today

मुंबई, बैंगलुरु और गुजरात के बाद अब लखनऊ में भी फर्जी पुलिस वाले पहुंच गए हैं। लखनऊ में खुद को पुलिस वाला बताकर तीन आदमियों ने महिला के जेवर उतरवाए और भाग निकले। लखनऊ में यह घटना एक महिला के साथ नहीं बल्कि तीन महिलाओं के साथ हुई।

गाजीपुर इंस्पेक्टर गिरिजा शंकर त्रिपाठी ने बताया कि इंदिरा नगर बी ब्लॉक के रहने वाले स्वतंत्र जैन पेशे से व्यवसायी हैं। उनकी मां प्रमोदनी जैन मंगलवार को मंदिर से लौट रही थीं। प्रमोदनी रिक्शे पर थीं। घर के मोड़ के पास सामने से एक कार आई। कार में तीन-चार लोग सवार थे। उन्होंने प्रमोदनी से कहा कि वे पुलिस वाले हैं। उन्होंने उन्हें डराया और कहा कि वह जेवर पहनकर घूम रही हैं, उनके साथ लूट हो सकती है। लुटेरों ने उनके सोने के कंगन, चैन और अंगूठी उतरवाकर एक कागज की पुड़िया में बंद करके उनके पर्स में डाल दिया। प्रमोदनी घर पहुंची तो पर्स खाली था।

दूसरी घटना भी इसी इलाके में घटी। इंदिरा नगर एसओ मुकुल प्रकाश वर्मा ने बताया कि इंदिरा नगर ईश्वरपुरी कॉलोनी के रहने वाले मनोज कुमार यादव की पत्नी मधु यादव घर से उनकी सहेली के साथ कहीं जा रही थीं। कॉलोनी के अंदर ही चार लोग उनके पास आए। उन्होंने कहा कि इलाके में कई लूटपाट और हत्याएं हो रही हैं। वह उनके जेवर उतार लें। उन्होंने खुद मधु के जेवर उतरवाए और वहां से भाग निकले।

तीसरी घटना कृष्णानगर के सिंधु नगर की है। यहां के राम नरेश पाण्डेय की पत्नी विद्या पाण्डेय सोमवार की शाम को कृष्णा नगर मार्केट से लौट रही थीं। सामने से दो आदमी आए। उन्होंने सफेद कपड़े पहन रखे थे। उन लोगों ने मधु से कहा कि वह उनकी चेन अंगूठी उतार लें, उस इलाके में कई लूट की घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने मधु को एक रुमाल में उनके जेवर लपेट कर दिया। मधु घर आई तो उनके जेवर गायब थे। तो अब शहर में पहुंचे लुटेरे

मुंबई, अहमदाबाद और बैंगलुरु पुलिस इस तरह की घटनाओं से परेशान है। लोगों के बीच आम तरह से घूमने वाले इन लुटेरों को पकड़ना मुश्किल हो रहा है। इसलिए पुलिस ने वहां लोगों को जागरुक करना शुरु कर दिया है। लोगों की जागरुकता के चलते घटनाओं में कमी आई है। आसानी से लूट न हो पाने के कारण अब इन लुटेरों ने दूसरे राज्यों का रुख किया है।वृद्ध महिलाएं ही होती हैं टारगेट

दूसरे राज्यों में हुई अब तक घटनाओं के आंकड़े देखें तो इन लुटेरों का टारगेट बुजुर्ग महिलाएं ही होती हैं। इतना ही नहीं ये लुटेरे अकेली बुजुर्ग महिलाओं को ही टारगेट करते हैं। इसका कारण साफ है कि बुजुर्ग महिलाओं को आसानी से लूटा जा सकता है।ग्रुप में करते हैं लूट

ये लुटेरे 3 से 4 के ग्रुप में रहते हैं। अच्छे कपड़े पहनते हैं। लोगों को यकीन दिलाने के लिए कई बार इनमें से कोई एक पुलिस वाले की वर्दी तक पहन लेता है। उसके बाद ये कार या बाइक से लूट करने निकलते हैं। महिलाएं आसानी से उनके जेवर उतार दें इसलिए उन्हें लूट और उनकी हत्या का डर दिखाते हैं।

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