Friday, March 29, 2024
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गौरी लंकेश की हत्‍या के बाद काफी सुर्खियों में रहे थे ये बड़े पत्रकार…

SI News Today

पत्रकार शांतनु भौमिक की हत्या के बाद सोशल मीडिया पर एक बार फिर कुछ चर्चित पत्रकार निशाने पर हैं। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स राजदीप सरदेसाई, रवीश कुमार, सागरिका घोष, बरखा दत्त जैसे पत्रकारों पर आरोप लग रहा हैं कि इन लोगों ने जिस तरह कर्नाटक की पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के बाद प्रतिक्रिया दी थी वैसी प्रतिक्रिया शांतनु के हत्या के बाद नहीं दी। बुधवार (20 सितंबर) को त्रिपुरा में इंडिजिनस पीपल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) और त्रिपुरा राजेर उपाजाति गणमुक्ति परिषद (टीआरयूजीपी) के बीच संघर्ष के दौरान 28 वर्षीय शांतनु की अपहरण और हत्या कर दी गयी। राज्य में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीएम) की सरकार है। शांतनु की मृत्यु के बाद पत्रकारों ने मुख्यमंत्री माणिक सरकार के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया। त्रिपुरा पुलिस ने आईपीएफटी के चार लोगों को गिरफ्तार किया है। आइए देखते हैं जिन पत्रकारों पर सोशल मीडिया पर तंज कसा जा रहा है उनमें से किस-किस ने शांतनु की मौत पर कब प्रतिक्रिया दी-

राजदीप सरदेसाई ने बुधवार को शांतनु की हत्या की खबर आते ट्वीट करके हत्या की निंदा की और राज्य की वामपंथी सरकार से मामले में वैसी ही क्रोध और चिंता दिखाने के लिए कहा जैसा वो दूसरे राज्यों में पत्रकारों के मारे जाने पर दिखाती है।

राजदीप सरदेसाई ने गुरुवार (21 सितंबर) को एक अन्य ट्वीट में सूचना दी कि पत्रकार शांतनु भौमिक की हत्या के विरोध में शुक्रवार (22 सितंबर) की शाम नई दिल्ली स्थित प्रेस क्लब में एक शोक सभा होगी।

पत्रकार रवीश कुमार ने गुरुवार (20 सितंबर) को शांतनु भौमिक की हत्या पर फेसबुक पर लिखा। रवीश ने हत्या को शर्मनाक बताते हुए राज्य सरकार से उनके परिवार को एक करोड़ रुपये की राहत राशि देने की मांग की।

रवीश कुमार ने भले ही आज शांतनु भौमिक की हत्या पर पोस्ट लिखी हो एनडीटीवी के सीनियर मैनेजिंग एडिटर अनिंद्यो चक्रवर्ती ने बुधवार (20 सितंबर) को शांतनु की हत्या की खबर आने के कुछ ही देर बाद खबर को अपने ट्वीटर पर शेयर किया और इसकी निंदा की।

पत्रकार सागरिका घोष ने भी गुरुवार सुबह एक अन्य पत्रकार शुजात बुखारी का ट्वीट रीट्वीट किया जिसमें शांतनु भौमिक की हत्या की निंदा करने के साथ ही दोषियों की सजा दिलाने की मांग की गयी थी। गुरुवार दोपहर में सागरिका ने एक अन्य ट्वीट में शांतनु की हत्या के खिलाफ प्रेस कल्ब में शुक्रवार को होने वाले विरोध प्रदर्शन की जानकारी दी।

पत्रकार बरखा दत्त ने गुरुवार दोपहर 3.30 बजे तक शांतनु भौमिक की हत्या से जुड़ा कोई ट्वीट नहीं किया था। अब आइए देखते हैं कि इन पत्रकारों पर आरोप लगाने वाले लोग क्या कह रहे हैं। ज़ी टीवी के पत्रकार रोहित सरदाना ने गुरुवार सुबह छह बजे के करीब ट्वीट करके पूछा कि “विरोध प्रदर्शन करने वाले गिरोह” के लोग क्या आज

मेजर सुरेंद्र पूर्णिया नामक यूजर ने भी पत्रकारों पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए शांतनु भौमिक की हत्या की तुलना गौरी लंकेश की हत्या से की है और उस पर लिबरल और अवार्ड वापसी से जुड़े लोगों की प्रतिक्रिया पूछी है।

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