संयुक्त राष्ट्र महासभा के सामने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के संबोधन की सोशल मीडिया पर खूब सराहना हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर कई केंद्रीय मंत्रियों, भाजपा नेताओं, विपक्षी दलों के नेताओं व पत्रकारों ने स्वराज के भाषण को ‘ओजपूर्ण और सारगर्भित’ बताया है। मोदी ने भी अपनी विदेश मंत्री की तारीफ करते हुए कहा, ”विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का संयुक्त राष्ट्र में अतुल्य भाषण।
उन्होंने वैश्विक मंच पर भारत को बेहद गौरवान्वित किया है।” सुषमा ने अपने वक्तव्य के जरिए पाकिस्तान को दो-टूक संदेश दिया। सुषमा ने कहा, ”हमने वैज्ञानिक, विद्वान, डॉक्टर, इंजीनियर पैदा किए और आपने क्या पैदा किया? आपने आतंकवादियों को पैदा किया…आपने आतंकी शिविर बनाए हैं, आपने लश्कर-ए-तैयबा , जैश-ए-मोहम्मद, हिज्बुल मुजाहिदीन और हक्कानी नेटवर्क पैदा किया है।”
उनके पूरे भाषण के इस हिस्से की सबसे ज्यादा तारीफ हुई है। हालांकि वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई की राय थोड़ी जुदा है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ”मैं अब भी उस दिन का इंतजार करता हूं जब भारत की ओर से संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान का नाम लिए बिना भाषण दिया जाएगा और सोच/बातें जी-20 के एक मजबूत देश की तरह होंगी।” सरदेसाई का यह ट्वीट लोगों को अखर गया और उन्हें बुरी तरह ट्रोल किया गया।
सरदेसाई के इस ट्वीट पर लोगों ने जवाब में उन्हें ‘पाकिस्तान का एजेंट’ तक कह दिया। संजय दुगर ने लिखा, ‘वह पाकिस्तान का समर्थक है इसीलिए उसने कहा कि भारत कब पाकिस्तान का नाम लिए बिना भाषण देगा।” प्रवीन ने लगभग धमकी भरे लहजे में कहा, ”जिन राष्ट्रीय नेताओं का हम सम्मान करते हैं, उनके बारे में भाषा पर नियंत्रण रखिए। इस उम्र में पता नहीं आपको नौकरी मिलेगी या नहीं।” राहुल भागवत ने कहा, ”पाकिस्तान का नाम लेते की कफछ लोग कैसे तड़प कर बाहर आ जाते हैं…जैसे दुखती रग पर किसी ने हाथ रख दिया हो।”