कानपुर: समाजवादी पार्टी में हाशिए पर चल रहे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह का कहना है कि वनवास तो भगवान राम को भी भोगना पड़ा था लेकिन 14 वर्ष बाद उनका राजतिलक भी हुआ था। पूर्व सांसद स्व. हरमोहन सिंह यादव के जन्मदिवस पर मेहरबान सिंह का पुरवा में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि आए श्री यादव के भाषण में उनका दर्द तब छलक आया जब उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम ने अगर मनुष्यों की सेना बनाई होती तो शायद वह भी धोखा खा जाते। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए चापलूसी और चुगलखोरी करने वालों को जमकर आड़े हाथों लिया।
उन्होंने पूर्व सांसद की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की और जरूरतमंदों को साड़ी व साइकिल वितरण के बाद उन्होंने कहा कि चुगलखोरों व चापलूसों से सावधान रहें। जहां चुगलखोरी व चापलूसी होगी वहीं नुकसान होगा। मेरे साथ भी यहीं हुआ। हमने बुजुर्गों से बड़ों का सम्मान करना ही सीखा है। उन्होंने कहा कि लोग बुराइयों के सामने झुक जाते हैं। समाज के लोगों को चाहिए कि जो बुरा है उसे बुरा कहें। बुराइयों का अंत भी निश्चित है, सत्य की हमेशा जीत होती है। समाज में लोग अगर सच को सच कहने लगे तो बदलाव होगा।
राष्ट्रीय कार्यसमिति के पदाधिकारियों की सूची के मुद्दे पर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने बेहद सधे तरीके से कहा कि यह राष्ट्रीय अध्यक्ष का अधिकार है कि वह जिसे चाहें, अपनी टीम में शमिल करें। उन्होंने कहा, वह अभी भी समाजवादी पार्टी से विधायक और मुलायम सिंह सांसद हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यसभा सदस्य सुखराम सिंह यादव व संचालन कमलेश यादव ने किया। इस अवसर पर पूर्व मेयर सरदार महेंद्र सिंह, शिवपाल सिंह यादव फैंस एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष आशीष चौबे, सुरेंद्र सिंह, पूर्व पार्षद राज सिंह यादव, परमेश्वर कनौजिया, विश्राम सिंह मोहित यादव, इंद्रपाल सिंह, पियूष चौहान, आनंद शुक्ला आदि थे।