उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में मोटरसाइकिल पर आए हमलावरों ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक कार्यकर्ता की आज गोली मारकर हत्या कर दी और उसे बचाने की कोशिश में उसके भाई को भी गोली लग गई। पुलिस क्षेत्राधिकारी हृदयानंद सिंह ने बताया कि राजेश मिश्रा (40) और उनके भाई अमितेश मिश्रा ब्राहमणपुरा चट्टी स्थित अपनी दुकान पर बैठे थे कि अचानक मोटरसाइकिल पर सवार तीन बदमाश आए। एक बदमाश ने राजेश की कनपटी से सटाकर गोली चला दी। विरोध करने पर अमितेश को भी गोली मार दी। सिंह ने बताया कि दोनों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने राजेश को मृत घोषित कर दिया। उसके भाई को बेहतर इलाज के लिए वाराणसी भेजा गया है।
उन्होंने बताया कि हत्या के कारण का अभी पता नहीं चला है। हत्यारों की तलाश जारी है। क्षेत्रीय लोगों के मुताबिक राजेश बालू खनन माफियाओं के खिलाफ खबरें लिख रहे थे। इस बीच, लखनऊ में अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने बताया कि दो हमलावरों की पहचान हो चुकी है। उन्होंने कहा,‘‘तीन में से दो हमलावरों की पहचान कर ली गयी है। उन्हें जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
बता दें कि इससे पहले 17 अक्टूबर को लुधियाना में आरएसएस कार्यकर्ता रविन्द्र गोसाईं की मोटरसाइकिल सवार दो बदमाशों ने हत्या कर दी थी । प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि कैलाश नगर इलाके में मोटरसाइकिल सवार दो हमलावरों ने करीब से गोसांई को गोली मार दी।
उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। गोसाई आरएसएस की शाखा (सुबह में दैनिक प्रशिक्षण) से लौट रहे थे और जब उन पर हमला हुआ तब वह अपने घर के पास ही थे। वह लुधियाना में आरएसएस शाखा में संघ प्रचारक थे।
मंगलवार को हुई इस हत्या से पहले पंजाब में पिछले तीन सालों में चार अन्य दक्षिणपंथी नेताओं की हत्या की जा चुकी है।गुरुवार को पंजाब सरकार ने इस मामले की जांच NIA से करवाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह रावत ने इस बारे में घोषणा की। उन्होंने मृतक गोसाईं के परिवार वालों को 5 लाख रुपये का मुआवजा और उनके एक आश्रित को सरकारी नौकरी देने की भी घोषणा की। लुधियाना के कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने दावा किया कि इस हमले का मास्टरमाइंड कनाडा में है और खालिस्तान का समर्थक है।