Thursday, March 28, 2024
featuredलखनऊ

कांग्रेस चीफ राजबब्बर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से मिलने पहुंचे अस्पताल…

SI News Today

लखऩऊ: यूपी कांग्रेस चीफ राजबब्बर बुधवार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को देखने लिए सिविल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने यहां ओल्ड बिल्डिंग के फर्स्ट फ्लोर पर महिला वार्ड में पहुंचकर घायल आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुष्पा से मुलाक़ात की। उन्होंने घायल पुष्पा से मंगलवार को आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों पर हुए लाठीचार्ज के बारे में जानकारी ली। जौनपुर की रहने वाली हैं पुष्पा

-पुष्पा ने राजबब्बर को बताया कि वह जौनपुर की रहने वाली हैं। मंगलवार को जीपीओ के पास पुलिस ने लाठी से उसकी पिटाई की थी। इस घटना में उसके सिर और पीठ पर काफी चोटें आई हैं।

-लाठीचार्ज में घायल होने के बाद मंगलवार शाम उसे सिविल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में एडमिट कराया गया था।

-पुष्पा ने राजबब्बर से कहा कि डॉक्टर इलाज पर कुछ खास ध्यान नहीं दे रहे है। वे चार बार बुलाने पर एक बार सुनते हैं। डॉक्टर ने सुबह राउंड के टाइम देखा था लेकिन अभी कोई मेडिसिन नहीं दी।

पुलिस अस्पताल से भगाने का बना रही है दबाब
-पुष्पा ने बताया कि मंगलवार रात पुलिस उससे मिलने के सिविल हास्पिटल आई थी। वह उसे अस्पताल से भगाना चाहती है।

-पुलिस ने कहा कि यहां से चले जाओ नहीं तो तुम्हारे खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तुम्हें जेल भेज दिया जाएगा। उसने ये भी बताया की सीएमओ डॉ. जीएस वाजपेई भी उससे मिलने आये थे।

-उन्होंने पुष्पा से कहा कि तुम्हारी रिपोर्ट नार्मल आई है। इसलिए तुम्हें अस्पताल में रहने की जरुरत नहीं है। उन्होंने भी घर जाने का दबाव बनाया था, लेकिन पुष्पा ने मना कर दिया।

राजबब्बर ने जताई आपत्ति
-राजबब्बर ने सिविल हास्पिटल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आशुतोष दुबे से पुष्पा के इलाज के बारे में जानकारी ली। उन्होंने चिकित्सा अधीक्षक से पूछा कि घायल आंगनबाड़ी कार्यकत्री को सिर के अंदर चोटें आई हैं, क्या उसका सिटी स्कैन या एमआरआई कराया गया है? इस पर चिकित्सा अधीक्षक ने जवाब दिया कि पुष्पा का सिटी स्कैन कराया गया है अभी एमआरआई की जरुरत नहीं है।

-राजबब्बर ने फिर उनसे पूछा की मरीज को उसकी रिपोर्ट की काली फिल्म दी गई है। चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि उसे काली फिल्म नहीं दी गई है। बल्कि उसकी रिपोर्ट पेपर पर दी गई है।

-राजबब्बर ने कहा कि अगर किसी का एमआरआई या सिटी स्कैन हुआ है तो उसे काली फिल्म मिलनी चाहिये।

क्या है मामला
– आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आपनी मांगों को लेकर सोमवार से प्रदर्शन कर रही हैं।

– प्रदर्शन कर रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सरकार से उन्हें राज्य कर्मचारी का दर्जा देने की मांग कर रही हैं। साथ ही मानदेय को 18 हजार करने समेत कई मांगें शामिल हैं।

-वर्कर्स ने हजरतगंज चौराहे पर करीब 2 घंटे तक जाम लगाया।

ये हैं मांगें
1. आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को कम से कम 18 हजार और सहायिकाओं को 9 हजार रुपए मानदेय दिया जाए।

2. मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को सामान्य योग्यता और सामन्य कार्य के आधार पर कार्यकत्रियों के बाराबर मानदेय दिया जाए।

3. आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को योग्यता एवं वरीयता के आधार पर शत प्रतिशत मुख्य सेविका के पद पर प्रमोशन दिया जाए।

4. प्रदेश में जिन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं का मानदेय रुका है उनका भुगतान जल्द से जल्द करवाया जाए।

5. बिहार की तर्ज पर कार्यकत्रियों और मातृ समिति के खातों में पोषाहार का धन भेजा जाए, जिससे पौष्टिक खाद्य सामग्री का वितरण किया जा सके।

6.आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को होमटेक राशन का सत्यापन प्रधानों से अलग रखा जाए।

7. पिछली सरकार ने 1 अक्टूबर को बढ़े हुए मानदेय के एरियर की घोषणा की थी। उसका भुगतान करवाया जाए।

8. स्कूल की तरह आंगनबाड़ी केन्द्रों में गर्मी की छुट्टी स्वीकृत की जाए।

9.पेंशन की सुविधा दी जाए।

10.आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं को हर साल 30 दिन का चिकित्सा अवकाश मानदेय सहित दिया जाए।

11.आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं को हर साल कम से कम 500 और 200 रुपए का वार्षिक वेतन वृद्धि दी जाए।

12.आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को मेगा कॉल सेंटर स्कीम से अलग रखा जाए।

SI News Today

Leave a Reply