Friday, March 29, 2024
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ताइक्वांडो चैंपियन किरण के यंगेस्ट ट्रेनी हैं अबराम खान, आर्यन और सुहाना को कर चुकीं हैं ट्रेन…

SI News Today

लखनऊ: ताइक्वांडो फेडरेशन ऑफ इंडिया की 41वीं एनिवर्सरी खेल से जुड़ी 65 हस्तियों को सम्मानित किया गया। इनमें देश की पहली महिला ब्लैक बेल्ट होल्डर किरण उपाध्या भी मौजूद थीं। शाहरुख खान से लेकर करिश्मा कपूर जैसे सेलेब्स के बच्चों को मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग देने वालीं किरण ने अपने एक्सपीरिएंस और लाइफ की स्ट्रगल शेयर की। खिलाफ थे पापा, मनचले को सिखाया सबक तब समझे इम्पॉर्टेंस…

– मुंबई में जन्मी किरण ने 1978 में ताइक्वांडो सीखना शुरू किया था। इनकी मां हेमलता उपाध्या डॉक्टर और पिता गजेन्द्र इंजीनियर हैं। ये कॉमर्स में पोस्ट ग्रैजुएट हैं।

– किरण बताती हैं, “मैं तब 10 साल की थी। ब्रूस ली की एक मूवी में मार्शल आर्ट्स देखकर मैं ताइक्वांडो की तरफ आकर्षित हुई। इत्तेफाक से उसी साल मेरे स्कूल में ताइक्वांडो की क्लासेस स्टार्ट हुईं थीं। मैंने घर पर मम्मी को बताकर क्लासेस ज्वाइन कर लीं। जब मेरे पापा को पता चला तो उन्होंने साफ मना कर दिया, बोले- लड़की है। ऐसे खेल में गलत चोट लग गई तो आगे क्या होगा। मम्मी ने जैसे तैसे उन्हें मनाया।”

– “मैं एक बार मुंबई से इंदौर बाय रोड ट्रैवल कर रही थी। एक ढाबे पर बस रुकी। मैं भी खाना खाने के लिए उतर गई। वहां कुछ ट्रक ड्राइवर मुझे देखकर कमेंट पास करने लगे। यही नहीं, वे छेड़खानी पर उतारू हो गए। उस मोमेंट पर ताइक्वांडो मेरे काम आया। मैंने उन्हें अच्छा सबक सिखाया। वो मेरी पहली पब्लिक फाइट थी। जब पापा को इंसिडेंट के बारे में पता चला तो वो भी मुझ पर गर्व करने लगे। उन्होंने कहा- बेटी तेरे जैसी सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग सभी लड़कियों को लेनी चाहिए।”

12वीं पास करते ही बन गईं ट्रेनर
– किरण बताती हैं, “मैं एक मिडिल क्लास फैमिली से हूं, धक्के खा कर आगे बढ़ी हूं। 1994 में मैंने पहला ब्लैक बेल्ट जीता था। तब मैं 12th में थी। रिजल्ट आने के बाद स्कूल ने ही मुझे बुलाया और ट्रेनर बनने का ऑफर दिया। मैंने जॉब ज्वाइन कर ली। मेरी पहली सैलरी 10 हजार रुपए थी।”

– “वहीं से मुझे मोटिवेशन मिला और मैंने स्कूल के बाहर भी ट्रेनिंग देना शुरू कर दिया। ट्रेनिंग की कमाई से ही 1986 में मैंने पहली मारुति वैन खरीदी, हाई रूफ वाली। उस टाइम पर लड़कियों का कार ड्राइव करना बड़ी बात माना जाता था। मैं अपने एरिया में ‘कार चलाने वाली’ के नाम से ही फेमस हो गई थी।
आज मारुति बलीनो ड्राइव करती हूं।”

यंगेस्ट स्टूडेंट हैं अबराम, सबसे सिन्सियर हैं ऋतिक के बच्चे
– किरण बताती हैं, “मुंबई में मेरा घर बांद्रा में है। ताइक्वांडो की नेशनल चैम्पियन बनने के बाद मैं थोड़ी बहुत पॉपुलर हो गई थी। उसके बाद से ही मेरे पास सेलेब्स अपने बच्चों को लेकर ट्रेनिंग के लिए आने लगे। मेरी अकेडमी में शाहरुख खान, फरहान अख्तर, करिश्मा कपूर, ऋतिक रोशन, करिश्मा कपूर, संजय दत्त जैसे सेलेब्स के बच्चे ट्रेनिंग लेते हैं। फरहान अख्तर की वाइफ अधुना भी मुझसे ट्रेनिंग ले चुकी हैं।”

– “शाहरुख के तीनों बच्चे मेरे पास स्टूडेंट हैं। 4 साल का अबराम मेरा यंगेस्ट ट्रेनी है। उसे मस्ती के साथ ताइक्वांडो सिखाना पड़ता है। मैं चाहती हूं कि पहले उसका ताइक्वांडो में इंटरेस्ट बने। अभी वो काफी छोटा है, इसलिए सिर्फ स्ट्रेचिंग वाला पार्ट सिखाती हूं।”

– “शाहरुख का बड़ा बेटा आर्यन मेरे से ट्रेनिंग लेने के बाद 20-25 मेडल जीत चुका है। बेटी सुहाना भी काफी तेज है। वो भी लगभग 10 मेडल जीत चुकी है। हम स्टेट और नेशनल लेवल के कॉम्पिटीशन्स में अपने स्टूडेंट्स को भेजते हैं।”

– “सबसे ज्यादा मजा ऋतिक रोशन के बच्चों को सिखाने में आता है, ऋधान और ऋहान। दोनों बहुत सिन्सियर हैं। वहीं दूसरी तरफ संजय दत्त का बेटा शाहरान सबसे एनर्जेटिक है और ग्रीन बेल्ट कंप्लीट कर चुका है। उनकी बेटी इकरा भी सीखने आती है, लेकिन उसका ज्यादा इंटरेस्ट नहीं है।”

– “ये सेलेब्स भी बच्चों के साथ इन्वॉल्व होते हैं। कई बार शाहरुख खान बच्चों के साथ यहां ताइक्वांडो की प्रैक्टिस करते हैं। करिश्मा कपूर और अर्जुन रामपाल भी यहां प्रैक्टिस करते हैं। सब सेलेब्स के मूड पर डिपेंड करता है।”

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