लखनऊ: एलयू के एक असिस्टेंट प्रोफेसर के खिलाफ ब्लैकमेल कर यौन शोषण का मामला दर्ज कराया गया है। प्रोफेसर की पत्नी ने प्रोफेसर के खिलाफ छात्राओं को ब्लैकमेल कर उनका यौन शोषण करने का आरोप लगाया है। मड़ियांव पुलिस ने उनकी पत्नी की तहरीर पर प्रोफेसर व उनके भाई के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। बच्चों के साथ करता था मारपीट
-मड़ियांव के केशवनगर निवासी एलयू के समाज कार्य विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर रूपेश कुमार के खिलाफ उनकी पत्नी ने बुधवार को मड़ियांव थाने में तहरीर दी है। पुलिस को दी गई तहरीर में उन्होंने आरोप लगाया है कि प्रोफेसर उन्हें व उनके बच्चों के साथ मारपीट करते हैं और देर रात तक नशे में धुत होकर घर आते हैं।
-पत्नी ने यह भी आरोप लगाया है कि प्रोफेसर अपने ही विभाग में पढ़ने वाली छात्राओं को फेल करने की धमकी देकर उनका यौन शोषण भी करते हैं। वह छात्राओं के साथ देर रात तक घूमते हैं और विरोध करने पर पत्नी व बच्चों को पीटते हैं।
लिविंग रिलेशन का आरोप
-पत्नी का यह भी आरोप है कि प्रोफेसर अपने ही विभाग में 3-4 साल से पढ़ने वाली एक छात्रा के साथ लिव इन में रहते हैं।
-उन्होंने छात्रा को पांच बार गोल्ड मेडल भी दिलवाए हैं, उसी रात उसी छात्रा ने रूपेश के मोबाइल से कॉल कर प्रोफेसर की पत्नी को धमकाया भी था। प्रोफेसर की पत्नी ने अपने पति के बड़े भाई पर भी पीटने व कपड़े फाड़ने का आरोप लगाया है।
प्रोफेसर ने भी लिखाई पत्नी के खिलाफ रिपोर्ट
-प्रोफेसर ने कहा कि उनकी पत्नी ने 15 अक्टूबर को उनके त्रिवेणीनगर स्थित घर में घुसकर बवाल किया और मां को जान से मारने का प्रयास किया। उसी दिन एलयू के ऑफिस में आकर तोड़फोड़ व हंगामा किया था। दोनों मामलों मैंने पत्नी व उनके मायके वालों के खिलाफ हसनगंज व अलीगंज थानों में रिपोर्ट दर्ज करवा दी है।
-प्रोफेसर का कहना है कि मेरे व मेरे भाई पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं, मेरी पत्नी से 2004 से ही परिवारिक विवाद चल रहा है। मायके वालों के उकसाने पर वह ऐसी हरकतें कर रही है। जांच में खुद ही सच सामने आ जाएगा। दोनों की शादी 2003 तीन में हुई थी। प्रोफेसर का एक बेटा-बेटी है।
पुलिस का क्या कहना है
-मड़ियांव थाना इंस्पेक्टर राघवन कुमार सिंह ने बताया “प्रोफेसर की पत्नी ने पति, उनकी प्रेमिका तथा भाई के खिलाफ मारपीट, धमकी व छेड़छाड़ की रिपोर्ट दर्ज करवाई है।” मामले की जांच की जा रही है। आरोप सही पाए जाने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।