अब बिहार में सुधा दूध की तरह आउटलेट पर सब्जियां भी बिकेंगी. इसके लिए सहकारिता विभाग तैयारी में जुट गया है. इस बाबत प्रखंड से लेकर राज्य स्तर पर सब्जी उत्पादकों का फेडरेशन बनेगा. पायलट प्रोजेक्ट के रूप में पहले पांच जिलों में बेगूसराय, नालंदा, पटना, वैशाली और समस्तीपुर में इसकी शुरुआत कि जाएगी.
यदि सब कुछ समय पर हो जाता है तो जनवरी से सब्जियों के आउटलेट खुल जायेंगे. यह सीएम का ड्रीम प्रोजेक्ट है. जिसकी राज्य मंत्रिपरिषद ने भी मंजूरी दे दी है. जिस तरह से सुधा दूध का कलेक्शन, उसका प्रसंस्करण और वितरण होता है उसी तर्ज पर सब्जियों का भी कलेक्शन, प्रसंस्करण और वितरण होगा. इस सुचना के बाद से पांचों जिलों में सब्जी उत्पादकों की सहकारी समिति बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है.
अधिक दिन तक सब्जी ताजी बने रहने के इए लिए कोल्ड चेन के तहत कोल्ड स्टोरेज का निर्माण होगा. जिसके बाद हट का निर्माण होगा जहाँ किसान अपने उत्पाद को बेच सकेंगे. यहां पर सब्जियों की शाॅर्टिंग और ग्रेडिंग की व्यवस्था होगी.जिसके बाद किसानो को अपने उत्पाद का सही दम मिलेगा और बिचौलियों से राहत भी मिलेगी.एस बाबत सहकारिता मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सब्जी उत्पादकों और आम लोगों को लाभ देने के लिए यह व्यवस्था कर रही है. पहले चरण में पांच जिलों में इसकी शुरुआत होगी. इसके बाद इसे पूरे राज्य में लागू किया जायेगा.