Friday, March 29, 2024
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यूं ही नहीं लग रहा राजधानी में विमानों का जाम, जानिए वजह…

SI News Today

लखनऊ: कनेक्टिंग और नियमित उड़ानों की लेट लतीफी ने आसमान में ट्रॉफिक का लोड बढ़ा दिया है। आलम यह है कि दिल्ली एयरपोर्ट पर विमान डेढ़ से दो घंटा की देरी से पहुंच रहे हैं। ऐसे में एक बार में इतने अधिक विमानों की संख्या होने का असर लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर भी पड़ रहा है। दो दिनों तक लखनऊ एयरपोर्ट पर विमानों को दो से तीन घंटे तक रोका गया।

दरअसल लखनऊ एयरपोर्ट पिछले साल ही कैट 3 बी उपकरणों से लैस हो गया है। दिल्ली एयरपोर्ट के व्यस्त रहने की दशा में लखनऊ ही एकमात्र एयरपोर्ट है, जहां सुगमता और सुरक्षा से लैंडिंग कराई जा सकती है। यही कारण है कि दिल्ली में कोई दिक्कत होने पर विमानों को लखनऊ डायवर्ट किया जाता है। वहीं लखनऊ के रास्ते बांग्लादेश और काठमांडू का इंटरनेशनल ट्रॉफिक भी है।

दो साल पहले बांग्लादेश जा रहे पाकिस्तानी वायुसेना के दो लड़ाकू विमान भी लखनऊ एयरपोर्ट पर ईंधन भरने के लिए उतरे थे। जबकि काठमांडू में आए दिन मौसम की गड़बड़ी के कारण लखनऊ में विमानों की लैंडिंग होती है। दिल्ली में शाम को देरी से आने के कारण विमानों की कतार लग रही है। वहां क्षमता से अधिक विमानों के पहुंचने के कारण उनकी लैंडिंग नहीं हो पा रही है।

शुक्रवार को शाम 6:55 बजे लखनऊ आने वाला जेट एयरवेज का विमान रात आठ बजे दिल्ली पहुंच सका था। जहां उसे बमुश्किल उतारा जा सका। इसके बाद जब यह विमान लखनऊ पहुंचा तो उसकी आगे की यात्र को निरस्त कर दिया गया था।

एटीसी से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक कोहरे में यह समस्या और बढ़ सकती है। लखनऊ एयरपोर्ट पर पहले ही विमानों की संख्या अधिक है। ऐसे में विमानों के डायवर्ट होकर लखनऊ आने पर उनके उड़ान में बाधा पहुंच सकती है।

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