लखनऊ: राजधानी स्थित सरकार डायग्नोस्टिक सेंटर में एक महिला की मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। परिजनों ने डॉक्टरों द्वारा गलत इंजेक्शन लगाने आरोप लगाया है। उनका कहना है, ”जब वो आई उस वक्त वो बिल्कुल ठीक थी। डॉक्टर के कहने पर पैररामेडिकल स्टाफ ने गलत इंजेक्शन लगा दिया।”परिजनों ने पैरामेडिकल स्टाफ की लापरवाही और पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया है। 15 साल हुए शादी को नहीं हुई एक भी संतान…
– मामला सरकार डायग्नोस्टिक सेंटर का है। यहां अलीगंज निवासी किरण गौतम शनिवार को ट्रीटमेंट कराने के लिए पहुंची।
– महिला की 15 साल पहले हुई थी, लेकिन उसकी कोई संतान नहीं थी। भतीजे रमेश का आरोप है, ”सरकार डायग्नोस्टिक सेंटर में आई उस वक्त वो बिल्कुल ठीक थी।”
– ”डॉक्टर के कहने पर पैररामेडिकल स्टाफ ने गलत इंजेक्शन लगा दिया। उसके बाद महिला को नीरा हॉस्पिटल रेफर कर दिया।”
– ”वहां पहुंचते ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।मौत की वजह इंजेक्शन का ओवर डोज बताया।”
– पेशेंट की मौत के बाद परिजनों ने सरकार डायग्नोस्टिक सेंटर पहुंचकर जमकर हंगामा किया। सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। दोनों पक्षों को समझाकर मामला शांत कराया।
सरकार डायग्नोस्टिक सेंटर का पक्ष ?
– सरकार डायग्नोस्टिक के पीआरओ अनिल कुमार के मुताबिक, ”पेशेंट जिस टाइम इंजेक्शन लगवाने के लिए आई थी। उस टाइम उसकी कंडीशन ठीक नहीं थी।”
– ”घरवालों के कहने के बाद उसे इंजेक्शन लगाया गया। उसकी डेट कैसे हुई। इस बारे में सरकार डायग्नोस्टिक सेंटर के पास कोई जानकारी नहीं है।”