स्कूलों में क्रिसमस मनेगा या नहीं इसे लेकर हिन्दू जागरण मंच और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) आमने-सामने आ गए हैं. मंच ने जहां हिन्दू बाहुल्य स्कूलों में क्रिसमच न मनाने की चेतावनी जारी की है,
वहीं संघ ने एक विज्ञाप्ति जारी करते हुए कहा है कि मंच के बयानों से उसका कोई लेना-देना नहीं है. ये संघ के विचारों के अनुरूप नहीं हैं. गौरतलब रहे है कि हिन्दू जागरण मंच के अलीगढ़ महानगर अध्यक्ष सोनू सविता ने 17 दिसम्बर को कहा था कि सभी स्कूलों को एक पत्र भेजा गया है.
पत्र में निवेदन किया गया है कि स्कूलों में क्रिसमस न मनाया जाए. खासतौर से उन स्कूलों में जो हिन्दू बाहुल्य हैं. साथ ही ये भी कहा था कि ये पत्र निवेदन और चेतावनी दोनों है.
इसी के संबंध में आरएसएस के ब्रज प्रांत के संघ चालक जगदीश वशिष्ठ ने कहा है कि संघ सर्वधर्म, पंथ एवं संप्रदायों में समभाव रखते हुए विश्वास करता है और यही हमारे देश की सनातन परंपरा है.
संघ सभी धर्मो व संप्रदायों को सदैव सम्मान की दृष्टि से देखता है. संघ मानता है कि देश में सभी पंथों एवं संप्रदायों को अपने विश्वास के अनुसार उपासना करने का अधिकार है.
सभी मत एवं संप्रदाय के लोगों को त्यौहार, उत्सव आदि अपनी मान्यता के अनुसार मनाने का पूरा अधिकार है तथा संघ उसमें किसी भी प्रकार के हस्तक्षेप का समर्थक नहीं है.