Thursday, March 28, 2024
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रिपोर्ट में खुलासा, अवैध हुक्कों से उठी चिंगारी से लगी थी आग: कमला मिल्स

SI News Today

मुंबई: 29 दिसंबर की रात कमला मिल्स कंपाउंड में लगी भीषण आग के मामले में मुंबई फायर ब्रिगेड ने दावा किया है कि यह आग हुक्के से उठी चिंगारी के कारण लगी थी. हुक्के मोजोज रेस्टोरेंट में सर्व किए जाने के लिए तैयार किए जा रहे थे. मोजोज रेस्टोरेंट से शुरू हुई आग धीरे-धीरे पूरे फ्लोर पर फैल गई और दूसरे पब 1-Above को भी इसकी चपेट में ले लिया. इस अग्निकांड में 14 लोगों की मौत हुई थी और करीब 50 लोग घायल हुए थे. रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपाउंड में स्थित दोनों पबों में अवैध रूप से निर्माण के साथ-साथ नियमों का उल्लंघन किया जा रहा था, क्योंकि हुक्का पार्लर का किसी के भी पास लाइसेंस नहीं था. आग लगने के समय हुक्के वहां मौजूद ग्राहकों को बांटने के लिए तैयार किए जा रहे थे, तभी किसी हुक्के से चिंगारी उठी और आग में बदल गई.

फायर ब्रिगेड ने पेश की जांच रिपोर्ट: पुलिस ने बताया कि हुक्कों में आग देने के लिए सुलगे कोयलों को पंखे से हवा देकर जलाया जा रहा था. उसी दौरान चिंगारी उड़ कर वहां लगे पर्दों में लग गई. पुलिस ने बताया कि पब के निकासी गेट में सामान भरा हुआ था, इसलिए लोग आग से बचने के लिए केवल लिफ्ट के भरोसे थे और लिफ्ट को आग के कारण बंद कर दिया गया था. जांच रिपोर्ट में बताया गया कि रेस्टोरेंट में खाना बनाने के लिए जो उपकरण आग के लिए इस्तेमाल किए जा रहे थे, वह भी अबैध थे और आग बुझाने के लिए रखे गए यंत्र भी बेकार थे. फायर ब्रिगेड ने अपनी जांच रिपोर्ट में कहा है कि रेस्टोरेंट और पब में जिस सजावटी सामान का इस्तेमाल किया गया था, वे ऐसे थे जो आग को बहुत जल्दी पकड़ते हैं और जलने पर भारी मात्रा में कार्बन डाई ऑक्साइड और कार्बन मोनो ऑक्साइड गैसे निकलती है.

निकासी गेट में भरा था सामान: 29 दिसंबर की रात दोनों रेस्टोरेंट में 200 से अधिक लोग मौजूद थे. आग लगने पर वहां लगा स्थाई टैंट तेजी से आगस पकड़ने लगा. चारों तरफ धुआं भर गया. लोग आग और धुएं से बचने के लिए टॉयलेट में घुस गए, लेकिन आग टॉयलेट तक भी पहुंच गई और दम घुटने से 14 लोग मारे गए. रिपोर्ट में कहा गया है कि पब के निकासी गेट में पब का सामान भरा होने के कारण गेट बंद था.

दो प्रबंधक गिरफ्तार, मालिक फरार: मुंबई पुलिस ने 1-Above पब के दो मैनेजर्स को गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद दोनों को मुंबई की एक स्‍थानीय अदालत ने नौ जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया. गिरफ्तार किए गए इन दोनों मैनेजरों का नाम केविन बाबा और लूपस बताया जा रहा है. बताया जा रहा है कि 28 दिसंबर की रात जब मोजोज़ रेस्टोरेंट और 1-Above पब में आग लगी उस वक्त ये दोनों वहां मौजूद थे. इस अग्निकांड में मुंबई पुलिस ने पब संचालकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी. तभी से पब संचालक फरार हैं. पुलिस ने आरोपियों की सूचना देने वालों को एक लाख रुपये का इनाम देने की भी घोषणा की है. पुलिस ने इस मामले में रेस्टोरेंट संचालक सांघवी बंधुओं, अभिजीत मनका के खिलाफ मामला भी दर्ज कर रखा है.

BMC ने चलाया था अभियान: इस घटना के बाद बीएमसी ने अभियान चलाकर 314 स्थानों पर अवैध ढांचों को गिरा दिया था और सात होटल सील कर दिया था. बीएमसी ने कमला मिल्स कंपाउंड में हो रहे अवैध निर्माण को ध्वस्त किया. यहां के अलावा पलिका अधिकारियों ने अन्य इलाकों में भी अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाया. बीएमसी ने अवैध रूप से बने कई रेस्टोरेंट और पब को ढहा दिया. इसके अलावा बीएमसी ने मुंबई के सभी रेस्टोरेंट और बार की जांच के लिए एक कमेटी भी गठित की है. यह कमेटी रेस्टोरेंट या बार में सुरक्षा इंतजामों की जांच कर रही है.

अग्निकांड में बाद जमकर हुई राजनीति: मुंबई के कमला मिल्स अग्निकांड में हुई मौत पर बीजेपी सांसद किरीट सोमैया का बयान सामने आया है. उन्होंने इस हादसे के लिए पूरी तरह बीएमसी को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा- बी.एम.सी. अधिकारी कमला मिल्स फायर में लोगों की हत्या के लिए जिम्मेदार हैं. दो सप्ताह में यह दूसरी ऐसी घटना है. आखिर बीएमसी कब जागेगी? बीएमसी मेयर विश्वनाथ महाडेश्वर ने कहा कि मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, कमला मिल्स अग्निकांड में जांच के आदेश दे दिए गए हैं. जांच की रिपोर्ट सामने आने के बाद जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने इस हादसे पर दुख जताते हुए कहा, यह एक बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, राज्य सरकार और बीएमसी निश्चित रूप से इस घटना की जांच करेगी और दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

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