Tuesday, March 26, 2024
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लालू यादव को हुई जेल, सदमे से इकलौती बड़ी बहन की मौत…

SI News Today

चारा घोटाले के मामले में बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव को सजा का ऐलान होने के अगले दिन ही उनकी बड़ी बहन की मौत हो गई. लालू यादव की बड़ी बहन गंगोत्री देवी पटना के वेटनरी कॉलेज सर्वेंट क्वार्टर में रहती थीं. इसी क्वार्टर से 1990 में मुख्‍यमंत्री बनने के बाद लालू प्रसाद ने छह महीने तक सरकार चलायी थी. शनिवार को लालू यादव के लिए उन्होंने दिन भर भगवान से दुआएं की थी. गंगोत्री देवी के बेटे ने बताया कि वह पूरे दिन यह कहती रहीं कि उनके भाई को पैसे वाले लोगों ने फंसाया है. लालू प्रसाद के वकील उनके पैरोल के लिए कोशिश कर रहे हैं, ताकि वे इकलौती बहन के अंतिम संस्‍कार में शामिल हो सकें।

गायत्री देवी के घर से चलाया था सीएम ऑफिस
जानकार बताते हैं कि अपने छोटे भाई लालू से गायत्री देवी का बहुत लगाव था. गायत्री देवी लालू यादव के 6 भाईयों में अकेली बहन थी. गायत्री देवी के तीन बेटों में से एक की मौत हो चुकी है, जबकि दो बेटे बिहार पुलिस और रेलवे में नौकरी करते हैं. गायत्री देवी के बेटे बैरिस्टर यादव ने मीडिया को बताया कि उनकी मां की मौत इसी सदमे से हुई है कि उनके भाई को जेल हो गई. उन्होंने बताया कि उनकी मां ने कई बार उनसे कहा था उनकी लालू जी बात करवा दीजिए. अपनी बुआ की मौत की खबर मिलते ही तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव अपनी मां राबड़ी देवी के साथ उनके घर पहुंच गए.

गायत्री देवी पिछले कई दिनों से बीमार थीं, लेकिन वो अपने भाई के जेल जाने के बाद से लगातार सदमें में थी. गौरतलब है कि शनिवार को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने चारा घोटाले से संबंधित देवघर कोषागार से 89 लाख, 27 हजार रुपये की अवैध निकासी के मामले उन्हें साढ़े तीन साल की सजा का ऐलान कर दिया. इसके साथ ही लालू यादव 5 लाख का जुर्माना भी लगाया गया है.

लालू जेल में करेंगे बागवानी
इसके साथ ही लालू प्रसाद यादव जेल में क्या काम करेंगे यह भी तय हो गया है. वैसे तो इस मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद से लालू यादव रांची की बिरसा मुंडा जेल में बंद है लेकिन सजा का ऐलान नहीं होने की वजह से उन्हें जेल में किसी तरह के काम में नहीं लगाया गया था. लेकिन शनिवार को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने चारा घोटाले से संबंधित देवघर कोषागार से 89 लाख, 27 हजार रुपये की अवैध निकासी के मामले उन्हें साढ़े तीन साल की सजा का ऐलान कर दिया. इसके साथ ही लालू यादव 5 लाख का जुर्माना भी लगाया गया है. फैसले के बाद अब सोमवार को लालू यादव को रांची जेल से हजारीबाग की जेल में शिफ्ट कर दिया जाएगा.

मीडिया में चल रही खबरों की मानें तो बिहार के पूर्व सीएम लालू को जेल में बागबानी के काम में लगाया जाएगा. ऐसी भी जानकारी सामने आई है कि लालू यादव को इस काम के लिए प्रतिदिन 93 रुपये मिलेंगे. आपको बता दें कि इस मामले में अदालत ने लालू के दो पूर्व सहयोगियों लोक लेखा समिति के तत्कालीन अध्यक्ष जगदीश शर्मा को सात वर्ष की कैद एवं बीस लाख रुपये के जुर्माने एवं बिहार के पूर्व मंत्री आर के राणा को साढ़े तीन वर्ष की कैद एवं दस लाख जुर्माने की सजा सुनाई है.

23 दिसंबर को दोषी करार दिए गए थे लालू यादव
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत ने चारा घोटाले से संबंधित एक मामले में बीते 23 दिसंबर को दोषी करार दिया था. अदालत ने पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा और अन्य छह आरोपियों को इसी मामले में बरी कर दिया.

क्या था मामला?
यह मामला देवघर के जिला कोषागार से फर्जी तरीके से 84.5 लाख रुपये निकालने से जुड़ा हुआ है. मामले की सुनवाई रांची की विशेष सीबीआई अदालत ने 13 दिसंबर को पूरी कर ली थी. इस पूरे मामले में कुल 34 आरोपी थे, जिनमें से 11 की मौत हो चुकी है. जबकि एक आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया और सीबीआई का गवाह बन गया.

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