उत्तर प्रदेश सरकार ने धार्मिक और सार्वजनिक स्थलों पर अवैध तरीके से लाउडस्पीकर बजाए जाने पर रोक लगा दी है। सरकार ने इसके लिए सभी को हिदायत दी है कि बगैर अनुमति के बज रहे सारे अवैध लाउडस्पीकर 20 जनवरी तक हटा लिए जाएं। धर्मस्थलों, सार्वजनिक जगहों, जुलूसों और जलसों आदि में बिना अनुमति के लाउडस्पीकर बजाने पर रोक का यह फैसला इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद लिया गया है। इसी मुद्दे पर इंग्लिश न्यूज़ चैनल सीएनएन न्यूज़ 18 पर एक लाइव डिबेट का कार्यक्रम रखा गया था। इस कार्यक्रम में तमाम मेहमानों के अलावा इमाम काउंसिल के प्रेसीडेंट मौलाना मकसूल हसन कासमी भी मौजूद थे। डिबेट में मौलाना ने मस्जिदों पर से लाउडस्पीकर्स उतारने के फरमान पर कड़ा ऐतराज जताया है।
शो की एंकर ने डिबेट में मौलाना से कहा कि लाउडस्पीकर्स इसलिए उतारे जा रहे हैं क्योंकि सुबह 4-4:30 बजे आप लोग जो अजान देते हो उससे लोगों की नींद खराब होती है और ये राइट टू स्लीप का उल्लंघन है। एंकर के इस तर्क पर मौलाना खफा हो गए। मौलाना कहने लगे कि बहुत से लोग तो रात में काम करते हैं और दिन में सोते हैं। ऐसे में सिर्फ रात के 10 बजे से सुबह 6 बजे तक के लिए ही ये बैन क्यों है।
मौलाना ने अपना तर्क रखते हुए कहा कि देश में बहुत से लोग ऐसे हैं जो रातभर काम करते हैं और दिन में सोते हैं। ऐसे में हवाई जहाजों पर भी बैन लगना चाहिए क्योंकि उससे भी ध्वनि प्रदूषण होता है। मौलाना ने ये भी कहा कि जब सिर्फ सुबह की नमाज से दिक्कत है तो फिर लाउडस्पीकर्स क्यों उतारे जा रहे।