Friday, March 29, 2024
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गलत था बुरहान वानी को मारना, उसे देना चाहिए था मौका: शबनम लोन

SI News Today

सुप्रीम कोर्ट की वकील शबनम लोन ने एक बार फिर से आतंकवादी बुरहान वानी की वकालत की है। शबनम लोन का कहना है कि बुरहान वानी को मारना नहीं चाहिए था। यह बात शबनम लोन ने एक डिबेट के दौरान कही। यह डिबेट नेशनल कांफ्रेंस के विधायक जावेद राणा के वायरल हो रहे एक वीडियो पर रखी गई थी। चैनल के अनुसार, इस वीडियो में एक स्कूली छात्र देश विरोधी बातें करता हुआ सुनाई दिया, जिसे सुनकर वहां मौजूद जावेद राणा ने खूब तालियां बजाईं। इस डिबेट में शबनम लोन से बातचीत की गई तो उन्होंने मुद्दे से हटकर बुरहान वानी की वकालत करना शुरू कर दिया।

शबनम लोन ने कहा “बुरहान वानी को मारना नहीं चाहिए था और उसे एक मौका देना चाहिए था।” आपको बता दें कि शबनम लोन इससे पहले भी बुरहान वानी को लेकर कह चुकी हैं कि वह कोई आतंकवादी नहीं था। एक न्यूज चैनल द्वारा आयोजित किए गए एक कार्यक्रम के दौरान शबनम लोन ने कहा था कि “बुराहन वानी कोई आतंकवादी नहीं है और मैं यह बार-बार कहूंगी।” गौरतलब है कि 8 जुलाई, 2016 में सिक्यूरिटी फॉर्सेस ने आतंकी बुरहान वानी को मार गिराया था। हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद कश्मीर में भयंकर हिंसा हुई थी, जिसमें 51 लोगों की जान चली गई जबकि 9 हजार से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।

कश्मीर के कई लोग बुरहान वानी को अपना हीरो मानते हैं। इतना ही नहीं बुरहान वानी कट्टरपंथी सिख संगठनों का भी हीरो बन गया है। हाल ही में फतेहगढ़ साहिब के प्रसिद्ध ‘शहीदी जोर मेला’ में पत्रिका बांटी जा रही थीं जिसमें बुरहान वानी को कश्मीर की आजादी का नायक बताया गया था। खलिस्तान समर्थक पत्रिका ‘वंगार’ के कवर पेज पर बुरहान वानी की तस्वीर को जगह दी गई थी। पत्रिका का यह अंक बुरहान वानी की मौत के एक महीने बाद ही सामने आ गया था, लेकिन कुछ कारणों की वजह से इसकी बिक्री नहीं हो पाई थी और इसे अब मेले में खुलेआम बेचा गया।

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