Friday, March 29, 2024
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नवंबर में ही नीरव मोदी ने देश छोड़ने की कर ली थी प्लानिंग, जानिए रिपोर्ट…

SI News Today

हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उनके मामा मेहुल चोकसी ने देश से भागने की योजना पिछले साल नवंबर में ही बना ली थी. यह जानकारी एक सूत्र ने दी है. रविवार (25 फरवरी) को पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में हुए करीब 11,400 करोड़ रुपए के घोटाले की जांच के लिए बनी नए अधिकारियों की टीम ने लेटर ऑफ क्रेडिट और लेटर ऑफ अंडरटेकिंग के जारी होने से जुड़े सवालों का जवाब दिया. घोटाले की छानबीन के लिए जांच टीम मुंबई के ब्रैडी शाखा (यह वही ब्रांच है, जहां से नीरव मोदी को ऋण पत्रों के जरिए 11,400 करोड़ रुपए दिए गए) पहुंची थी.

जांच दल से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, ‘नवंबर में जब पीएनबी के ब्रैडी हाउस शाखा में कुछ बदलाव हो रहे थे और नए कर्मचारी गलत लेनदेन से जुड़े मामले को पकड़ रहे थे, उसी दौरान आरोपी ने देश से बाहर जाने की योजना बनाई थी. एलओयू जारी करने से जुड़े दो वरिष्ठ अधिकारियों ने नवंबर में ही देश छोड़ दिया था और यकीन है कि वो दुबई में हैं. 1 जनवरी को गोकुलनाथ शेट्टी के रिटायरमेंट के बाद नीरव मोदी और मेहुल चौकसी ने उसी सप्ताह अपने परिवार के साथ देश छोड़ दिया.’

सीबीआई ने पीएनबी के प्रबंध निदेशक से की पूछताछ
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को 11,300 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक(पीएनबी) धोखाधड़ी मामले में बैंक के प्रबंध निदेशक-सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी(सीईओ) सुनील मेहता और कार्यकारी निदेशक के.वी. ब्रह्माजी राव से पूछताछ की. वहीं ईडी ने इस मामले के आरोपी नीरव मोदी के संपत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई जारी रखी. दोनों अधिकारियों को सीबीआई की मुंबई शाखा ने पूछताछ के लिए बुलाया था और दोनों से आठ घंटे तक पूछताछ की गई. सीबीआई द्वारा 14 फरवरी को हीरा कारोबारी नीरव मोदी, पत्नी एमी, भाई निशाल, मामा मेहुल चोकसी और उनकी कंपनियों- डायमंड आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट्स और स्टेलर डायमंड के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बाद यह पहली बार है, जब मेहता और राव से पूछताछ की गई है.

देश छोड़कर जा चुका है नीरव मोदी
नीरव मोदी व उसका परिवार और मामा चोकसी जनवरी के शुरुआती सप्ताह में देश छोड़कर जा चुके हैं. एफआईआर में 6,400 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के बारे में बताया गया है. सीबीआई ने चोकसी की अगुवाई वाले गीतांजलि समूह के खिलाफ 4,886.72 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में 15 फरवरी को दूसरा एफआईआर दर्ज किया था. इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बीते 24 फरवरी को नीरव मोदी की 523.72 करोड़ रुपये की 21 अचल संपत्तियों को जब्त किया है. इन जब्त संपत्तियों में मुंबई के अलीबाग में समुद्र किनारे स्थित एक फॉर्म हाउस (42.70 करोड़), महाराष्ट्र के अहमदनगर में 53 एकड़ में फैले एक सौर ऊर्जा संयंत्र (70 करोड़), अहमदनगर में ही एक और 135 एकड़ (2.20 करोड़) की संपत्ति जब्त की है. इसके अलावा मुंबई और पुणे में 408.82 करोड़ रुपये की आवासीय संपत्तियां और कार्यालय जब्त किए गए हैं.

ईडी ने शुक्रवार (23 फरवरी) को कहा था कि उसने हीरा कारोबारी नीरव मोदी के बैंक खाते और 43 करोड़ रुपये कीमत के शेयर जब्त किए हैं. ईडी ने नीरव मोदी के 7.80 करोड़ रुपये के शेयर और म्युचल फंड जब्त कर दिए थे और इसके साथ ही गीतांजलि समूह के मेहुल चोकसी की 86.72 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई थी. ईडी ने यह कार्रवाई अपनी मौजूदा जांच और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की कारवाई के मद्देनजर की है. इस मामले में उनकी (नीरव मोदी के) कंपनियों के निदेशकों और बैंक धोखाधड़ी में संलिप्त बैंक अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है.

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