Google Doodle Sir William Henry Perkin: गूगल सभी महान हस्तियों के लिए कुछ न कुछ करता रहता है। आज Google ने पहले सिंथेटिक डाई की खोज करने वाले सर विलियम हेनरी पर्किन का सम्मान किया है। उनके 180 वें जन्मदिन पर गूगल ने बैंगनी रंग का डूडल बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। केवल 18 साल की उम्र में सर हेनरी विलियम ने गलती से यह खोज कर डाली थी। 18 साल की उम्र में सर हेनरी एक लैब असिस्टेंट थे। इसके बाद जब वह एक लैब टेस्ट खराब होने के बाद सफाई कर रहे थे। वो एक बीकर में से गहरे मक को निकाल रहे थे, उसी दौरान उन्होंने देखा कि एल्कोहल के संपर्क में आने से वो बैंगनी रंग छोड़ रहा है।
इस खोज के बाद उन्होंने बैंगनी डाई की पेटेंटिंग, मैन्युफैक्चरिंग और व्यवसायीकरण पर ध्यान लगाया। इसे उन्होंने मोवेन नाम दिया था। बैंगनी डाई बनाने के बाद पर्किन काफी अमीर और सफल लोगों में गिने जाने लगे और बाद में फिर से वह लैब में रिसर्च करने लगे। उनके आविष्कार की टेक्सटाइल इंडस्ट्री में भारी मांग रही। उनके आविष्कार की 50वीं जयंती पर साल 1906 में उन्हें क्वीन द्वारा नाइट का खिताब दिया गया।
उस वक्त सर हेनरी के बनाई बैंगनी डाई की खूब डिमांड हो रही थी। टेक्सटाइल इंडस्ट्री में इसकी खूब डिमांड हो रही थी। उस दौर में बैंगनी रंग के कपड़े काफी महंगे हुए करते थे।सर हेनरी का जन्म लंदन में 12 मार्च 1938 को हुआ था। सर हेनरी के पिता का नाम जॉर्ज पर्किन था। वह अपने 7 बहन भाईयों में सबसे छोटे थे। वह एक अच्छे कारपेन्टर थे। अपने आविष्कार के लिए पर्किन को कई पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया। उन्हें फेलो ऑफ द रॉयल सोसाइटी के लिए चुना गया। रॉयल और डेवी मेडल से भी पर्किन को सम्मानित किया गया। 1906 में सर हेनरी को अवॉर्ड मिला था इसके एक साल बाद ही सन 1907 में निमोनिया और अपेंडिक्स फट जाने से उनकी मृत्यु हो गई।