राज्य सरकार नियोजित शिक्षकों के वेतन में 20 फीसद की बढ़ोतरी करेगी। इससे 3.5 लाख शिक्षक लाभान्वित हो सकेंगे। लेकिन, इसका लाभ विशेष परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले शिक्षकों को ही मिल सकेगा। विशेष परीक्षा सितंबर माह में आयोजित की जाएगी। राज्य सरकार ने सर्वाेच्च न्यायालय को 3.5 लाख नियोजित शिक्षकों को वेतन एवं सुविधा से संबंधित अपनी रिपोर्ट भेज दी है।
बता दें कि पटना हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को नियोजित शिक्षकों को भी नियमित शिक्षकों की तरह वेतनमान और सुविधाएं देने का आदेश दिया है। फैसले के खिलाफ राज्य सरकार सर्वोच्च न्यायालय गई। सर्वाेच्च न्यायालय द्वारा राज्य सरकार से नियोजित शिक्षकों को मिल रहे वेतन एवं सुविधाओं की जानकारी देने को कहा गया।
सूत्रों के अनुसार रिपोर्ट में बताया गया है कि कोई प्रारंभिक प्रशिक्षित शिक्षक बेसिक ग्रेड अनुत्क्रमित वेतन संरचना में कार्यरत हैं तो उसका मूल वेतन 18,510 रुपया होगा। विशेष परीक्षा पास करने पर मूल वेतन में 20 फीसद की बढ़ोतरी हो जाएगी और उसका वेतन 22,212 रुपया हो जाएगा। चूंकि यह वेतन संरचना पे मैट्रिक्स कोटि में उपलब्ध नहीं है, इसलिए उससे ठीक ऊपर 22,500 रुपये का वेतन अनुमान्य होगा।
नियोजित शिक्षकों को विशेष परीक्षा में शामिल होने के दो अवसर प्रदान किए जाएंगे। यदि किसी शिक्षक द्वारा उक्त अवसर का उपभोग नहीं किया जाता है तो ऐसे में मान लिया जाएगा कि उनके द्वारा अवसरों का उपभोग कर लिया गया। उत्क्रमित वेतन संरचना का लाभ विशेष परीक्षा उत्तीर्णता के आधार पर दिया जाएगा। यह पूर्व के वेतन में 17 फीसद की बढ़ोतरी के अतिरिक्त होगा। अप्रैल 2017 से पुनरीक्षित वेतनमान का लाभ भी दिया जाएगा। इससे नियोजित शिक्षकों के वेतन मद की राशि 10441 करोड़ हो जाएगी, जबकि पहले यह राशि 8924 करोड़ रुपये थी।