उत्तर प्रदेश में गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने बीजेपी को जोरदार झटका देते हुए शानदार जीत हासिल कर ली है। दोनों सीटों पर मिली जीत से खुश होकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि आज का दिन खुशी मनाने का दिन है। उन्होंने कहा, ‘लाखों लोगों के दिलों से निकले हुए वोट ने सपा को जिताने का काम किया।’ अखिलेश यादव ने जीत के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए यूपी सीएम योगी आदित्य नाथ और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘जो सरकार लोगों को दुख देती है, उसे जनता सबक जरूर सिखाती है।’
सपा प्रमुख ने कहा, ‘अगर सीएम और डिप्टी सीएम के क्षेत्र की जनता के मन में इतना गुस्सा है तो आप सोचिए कि पूरे देश में बीजेपी सरकार के खिलाफ लोगों के मन में कितना गुस्सा होगा।’ उन्होंने कहा, ‘बीजेपी की सरकार ने किसानों की कर्जामाफी की बात कही थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। नैजवानों को रोजगार देने की बात कही गई थी, लेकिन बड़े पैमाने पर बेरोजगारी बढ़ गई। जीएसटी और नोटबंदी ने कारोबार और रोजगार छीन लिए। जो वातावरण पैदा किया गया, जो संविधान और कानून की धज्जियां उड़ाई गई थीं, जनता ने उसी का जवाब दिया। कोई मुख्यमंत्री या पार्टी ऐसी नहीं होगी जिसने संविधान की धज्जियां उड़ाई हों। सदन में ये कहा गया हो कि मैं हिंदू हूं, मैं ईद नहीं मनाता हूं, इसके अलावा कहा गया कि एनकाउंटर कर दो, जितनी सीमा पर जाना पड़े चले जाओ…’
अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘हमने कभी अपने आप को पिछड़ा नहीं समझा, लेकिन बीएसपी के साथ हुए हमारे गठबंधन को सांप-छछूंदर का गठबंधन कहा गया, चोर-चोर मौसेरे भाई का गठबंधन हुआ है, नापाक गठबंधन हुआ है… ना जाने ऐसे कैसे-कैसे शब्दों का इस्तेमाल हुआ। समाजवादी पार्टी को ओरंगजेब की पार्टी तक कहा गया। मुझे खुशी है कि गरीबों, मजदूरों और खासकर दलित लोगों ने हमारी मदद की और उसी का परिणाम है कि ये ऐतिहासिक जीत हमें मिली।
सरकार ने धर्म और जाति को मुद्दा बनाकर लोगों के बीच विवाद पैदा करने की कोशिश की थी, लेकिन जनता ने उन्हें जवाब दे दिया।’ इसके अलावा उन्होंने बीएसपी प्रमुख मायावती और पार्टी के सारे कार्यकर्ताओं को भी बधाई दी और धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि जनता ने योगी सरकार और केंद्र सरकार दोनों के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया। अखिलेश ने कहा, ‘लोगों को अच्छे दिनों का इंतजार था, लेकिन वह आए नहीं, इसलिए जनता एक हो गई और बीजेपी के बुरे दिन लाने का काम किया।’