Wednesday, April 24, 2024
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15 इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स रैगिंग के मामले में हॉस्टल से निष्कासित, जानिए रिपोर्ट…

SI News Today

इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के एक प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थान में कथित रैगिंग के मामले में 15 विद्यार्थियों को छात्रावास से निष्कासित कर दिया गया. इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नालॉजी (आईईटी) के निदेशक संजीव टोकेकर ने बताया कि एक छात्र द्वारा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की हेल्पलाइन पर दर्ज करायी गयी शिकायत पर जांच के बाद 15 विद्यार्थियों को छात्रावास से निष्कासित कर दिया गया है. इसके साथ ही, संस्थान की सांस्कृतिक गतिविधियों में उनकी भागीदारी पर रोक लगा दी गयी है.

टोकेकर ने बताया कि प्रथम वर्ष के सात विद्यार्थी और द्वितीय वर्ष के आठ छात्रों पर यह अनुशासनात्मक कार्रवाई की गयी है. उन्होंने बताया, “हमें जांच में पता चला कि प्रथम वर्ष के सात विद्यार्थी कुछ जूनियर छात्रों से कथित रैगिंग में द्वितीय वर्ष के आठ विद्यार्थियों की मदद कर रहे थे.”टोकेकर ने बताया कि रैगिंग की शिकायत पर जांच के दौरान आईईटी के 86 जूनियर छात्रों के बयान दर्ज किये गये.

आईईटी के एक छात्र ने यूजीसी की हेल्पलाइन पर शिकायत कर बताया था कि संस्थान में रैगिंग के दौरान जूनियर विद्यार्थियों को शारीरिक और मानसिक तौर पर बुरी तरह परेशान किया जाता है.

BHU में विदेशी छात्र के साथ रैगिंग और मारपीट
बता दें पिछले साल काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय छात्रावास में रहकर पढ़ाई करने वाले फिजी के एक छात्र ने अपने सीनियर छात्रों पर रैगिंग और मारपीट करने का आरोप लगाया था. फिजी निवासी बीए प्रथम वर्ष के छात्र मुनीष क्रिशल का आरोप है कि 13 अक्टूबर को लालबहादुर शास्त्री छात्रावास के कुछ सीनियर छात्रों ने उसके साथ रैंगिंग की और मारपीट की, जिसकी शिकायत उसने प्रॉक्टोरियल बोर्ड और दूतावास में की थी. फिर शनिवार की शाम को मैत्री छात्रावास के पास उन्हीं छात्रों ने मुनीष को देखा तो उसकी जमकर पिटाई कर दी. इस घटना के बाद उसने दोबारा प्रॉक्टोरियल बोर्ड से लिखित शिकायत की जिसे लंका थाने को भेज दिया था. रविवार को लंका थाने में इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया था.

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