अपने बहुत सी ऐसी कहानियां सुनी होंगी जहां लोग फर्श से अर्श तक का सफर तय करते हैं। वहीं इस आईपीएल सीजन में एक ऐसी कहानी आई है जहां देश के सबसे ऊंचे खानदानों में से एक परिवार का लड़का ऐश-ओ-आराम से भरी जिंदगी छोड़कर अपनी पहचान बनाने के लिए संघर्ष भरा जीवन जी रहा है।
आईपीएल-11 में राजस्थान रॉयल्स की टीम के लिए चुने गए उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला के पुत्र 20 वर्षीय आर्यमन बिड़ला देश के सबसे रईस परिवारों से एक परिवार के वारिस हैं। आर्यमन इस टीम में दाएं हाथ के ओपनिंग बल्लेबाज के तौर पर चुने गए हैं। अपने परिवार से दूर मध्यप्रदेश के रीवा शहर में रहते हैं। आर्यमन का सपना अपने परिवार के जमे-जमाए व्यापार को आगे बढ़ाने का नहीं बल्कि देश के लिए क्रिकेट खेलना है।
उन्होंने क्रिकेट के लिए कड़ी मेहनत की और सीके नायडू ट्रॉफी के लिए टीम में अपनी जगह बनाई। सीके नायडू ट्रॉफी में खेलते हुए उन्होंने 6 मैचों की 11 पारियों में 3 शतक के साथ के औसत से 795 रन बनाए। उनके इन तीन शतकों में एक दौहरा शतक भी शामिल था। आर्यमन बल्लेबाजी के साथ-साथ दाएं साथ गेंदबाजी भी करते हैं। उन्होंने सीके नायडू ट्रॉफी में 10 विकेट भी अपने नाम किए थे। वहीं U-23 वनडे लीग में खेलते हुए 2017-18 सीजन में आर्यमन ने 221 रन बनाए। आर्यमन को मध्य प्रदेश की रणजी टीम के लिए भी चुना गया इस प्रदर्शन के बाद आर्यमन को राजस्थन रॉयल्स ने 30 लाख रुपये में अपनी टीम में शामिल किया।