ADG himanshu roy
महाराष्ट्र पुलिस में एडीजी हिमांशु रॉय ने शुक्रवार को अपने निवास पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली. उन्हें पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. सुपरकॉप कहे जाने वाले हिमांशु रॉय को सुपरकॉप व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रूप में जाना जाता था. इस चौंकाने वाले मामले में कांग्रेस ने जांच की मांग की है.
हिमांशु रॉय का सुसाइड करने का मामला सामने आने के बाद कांग्रेस ने प्रतिक्रिया दी है. पूर्व सांसद व मुंबई क्षेत्रीय कांग्रेस समिति के अध्यक्ष संजय निरुपम ने प्रतिक्रिया देते हुए इस घटना को बेहद दुखद बताया. उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले ही वे हिमांशु रॉय से मिलने के बारे में सोच रहे थे, लेकिन अब ऐसा नहीं हो सकेगा. उन्होंने एक टफ कॉप माने जाने वाले हिमांशु रॉय के जरिए इस तरह खुद को गोली मारकर आत्महत्या करने के मामले में जांच करवाने की भी मांग की.
बोन मैरो कैंसर से पीड़ित थे हिमांशु
जानकारी के मुताबिक, हिमांशु रॉय बोन मैरो कैंसर से पीड़ित थे. उनकी कीमोथैरेपी चल रही थी. इसके साथ ही उनके कई ऑपरेशन भी हो चुके थे. बीमारी के कारण वे काफी कमजोर हो गए थे. इस वजह से वे साल 2016 से ऑफिस नहीं जा पा रहे थे. इस सब ने उन्हें मानसिक रूप से तोड़ना शुरू कर दिया था और वे डिप्रेशन में चले गए थे. माना जा रहा है कि बीमारी और डिप्रेशन के कारण ही हिमांशु रॉय ने ये खौफनाक कदम उठाया.
बड़े-बड़े केस से जुड़े रहे हिमांशु रॉय
हिमांशु ने कई अहम पदों पर काम करते हुए बड़े क्रिमिनल केसों को सुलझाया था. वे आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग केस, पत्रकार जेडे हत्याकांड और अंडरवर्ल्ड से जुड़े कई हाईप्रोफाइल मामलों के अलावा कई बड़े केसों को हैंडल कर चुके थे. उन्होंने साल 2013 में आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग केस में अभिनेता विंदु दारा सिंह को बुकिज से कथित लिंक के चलते गिरफ्तार किया था. इसके अलावा उन्होंने विजय पालंदे और लैला खान दोहरे हत्याकांड और पल्लवी पुर्खायस्ता हत्याकांड की भी जांच की थी.