Ramdas Athawale: Those who believe Ambedkar can never be naxalites!
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने की नक्सलियों की कथित साजिश की आलोचना की. लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि एलगार परिषद और उसके बाद पुणे के निकट भीमा-कोरेगांव में जनवरी में हुई हिंसा का नक्सलवाद से कोई संबंध नहीं है.
रामदास अठावले ने कहा कि दलितों के आदर्श अंबेडकर को मानने वाले कभी नक्सली नहीं हो सकते. अठावले ने पुणे पुलिस के उन दावों का हवाला देते हुए कहा, ‘इस तरह की साजिश करने वाले राष्ट्र विरोधी तत्वों की हम निंदा करते हैं.’
पुणे पुलिस ने दावा किया है कि नक्सली ‘राजीव गांधी हत्याकांड’ जैसी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे थे. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की मई 1991 में हत्या कर दी गई थी.
अठावले ने कहा कि संविधान में जिस भारत की कल्पना की गई है, पीएम मोदी उसके निर्माण के लिये ‘सबका साथ सबका विकास’ की नीति का अनुसरण कर रहे हैं. उन पर यह आरोप लगाना गलत है कि वह किसी खास धर्म को मजबूत करने के लिये काम कर रहे हैं.
बता दें कि पुलिस ने गुरुवार दावा किया कि दिसंबर में यहां आयोजित एलगार परिषद और इसके बाद जिले में भीमा-कोरेगांव हिंसा के संबंध में रोना विलसन के घर से एक पत्र मिला था. रोना विलसन इस संबंध में दिल्ली से गिरफ्तार किए गए 5 लोगों में से एक हैं.
केंद्रीय मंत्री ने कहा, अंबेडकरवादी कभी नक्सली नहीं हो सकते और नक्सली कभी अंबेडकरवादी नहीं हो सकते. अगर गिरफ्तार लोगों में कोई सच्चा अंबेडरकरवादी है तो इस विषय में मैं खुद राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से बात करूंगा.