The shocking truth of the report that tells India the most dangerous country for women ...
थॉमसन रॉयटर्स फाउंडेशन’ की रिपोर्ट के संदर्भ में महिला आयोग की कार्यवाहक अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा, ‘यह रिपोर्ट कूड़ेदान में फेंकने लायक है. इस पर समय बर्बाद करने की जरूरत नहीं है. इन्होंने दुष्प्रचार के तहत ऐसा किया है.’ राष्ट्रीय महिला आयोग ने भारत को महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक देश बताने वाली सर्वेक्षण रिपोर्ट को ‘देश को बदनाम करने साजिश’ करार दिया और कहा कि मौजूदा सरकार में कुछ गैरसरकारी संगठनों पर कार्रवाई की गई जिस वजह से इस तरह की रिपोर्ट सामने लाई गई है. ‘ उन्होंने कहा, ‘इसको हमारे मीडिया ने बहुत तवज्जो दी जो कि गलत है. मीडिया को पता ही नहीं था कि यह धारणा पर आधारित सर्वेक्षण है. हमने इस संस्था से पूछा था कि यह कैसे किया गया तो उन्होंने कहा कि पिछले तीन चार महीने के दौरान यह सर्वेक्षण किया गया. शर्मा ने कहा कि सर्वेक्षण में उन महिलाओं से बात की गई जिनके बारे में यह पता नहीं कि वह भारत में रहीं हैं या नहीं.
रेखा ने कहा, ‘यह भारत को बदनाम करने की साजिश है. इस सरकार के आने के बाद कई एनजीओ को काली सूची में डाला गया और यह उसी का असर है कि ये एनजीओ यहां विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं. इस रिपोर्ट के आने की यही वजह है.’ गौरतलब है कि ‘थॉमसन रायटर्स फाउंडेशन’ की सर्वेक्षण रिपोर्ट में कहा गया है कि यौन हिंसा के बढ़े खतरे के कारण भारत महिलाओं के लिये विश्व का सबसे खतरनाक देश बन गया है. उन्होंने कहा, ‘इस सर्वेक्षण की अवधि को देखिए. यह उस वक्त किया गया जब कठुआ और उन्नाव के मामले की बहुत चर्चा थी. इसके बाद एक धारणा बन गई.’ रेखा ने कहा, ‘कई देशों में मीडिया ही काम नहीं कर सकता तो वहां धारणा की बात छोड़िए दीजिए. उन्होंने कहा, ‘इसकी जांच होनी चाहिए कि इस संगठन का क्या हित था कि उसने उसी समय यह सर्वेक्षण क्यों किया जब कठुआ और उन्नाव मामले की चर्चा गरम थी.’