Friday, April 19, 2024
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मंदसौर गैंगरेप की शिकार बच्ची की जान बचाने के लिए काटनी पड़ीं आंतें प्राइवेट पार्ट भी काफी जख्मी…

SI News Today
Mandsaur gang rape survivors to save the lives of the intestate private parts are also injured ...

मंदसौर में अगवा कर जिस 7 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप हुआ उसका बुधवार रात एमवाय अस्पताल में ऑपरेशन किया गया। हालत गंभीर है। मासूम के चेहरे पर हैवानियत के ऐसे निशान हैं कि देखकर रूह कांप जाए। जगह-जगह दरिंदे के दांत गड़े हुए हैं। नाक पर जख्म इतने गहरे कि डॉक्टरों को नेसोगेस्ट्रिक ट्यूब लगानी पड़ी। मुंह के घावों को ढंकने के लिए ल्यूकोप्लास्टी लगाई गई है। बच्ची का रैक्टम (मलाशय) बुरी तरह फट गया है। आस-पास का हिस्सा भी लहूलुहान है। डॉक्टरों ने आंतों को काटकर बाहर एक रास्ता बनाया और ऑपरेशन (कोलेस्टोमी) किया । इधर, सामूहिक ज्यादती के विरोध में गुरुवार को मंदसौर बंद रहा। भारी आक्रोश के चलते पुलिस आरोपी इरफान खान को कोर्ट में पेश नहीं कर पाई। शाम को पुलिस ने जज से गुहार लगाई। इसके बाद कोर्ट खुद कंट्रोल रूम पहुंची, जहां इरफान को 2 जुलाई तक पुलिस रिमांड में रखे जाने का फैसला हुआ।

एक करवट बेजान पड़ी रही बच्ची
जिस वार्ड में बच्ची को रखा गया है उसे कांच की दीवारों से दो हिस्सों में बांटा गया है। बच्ची के पास दो पुलिसकर्मी तैनात हैं। दो वार्ड में और दो वार्ड के बाहर पहरा दे रहे हैं। परिवार को भी किसी से मिलने नहीं दिया जा रहा। माता-पिता बेबसी से बच्ची की आंख खोलने का इंतजार करते हैं। रात से सुबह तक पलंग पर एक करवट लिए वह बेजान पड़ी रही। आंखों में आंसू रोके मां उसे इस उम्मीद में देख रही थी कि वह उठे और बात करे। वह कुछ देर आंखें खोलती और फिर बंद कर लेती। गुरुवार सुबह अधीक्षक डॉ. वीएस पाल और डीन डॉ. शरद थोरा भी बच्ची ही हालत देखने के लिए वार्ड में पहुंचे।

पिता बोले- सिर्फ 15 मिनट लेट गया, पहुंचा तो बच्ची नहीं मिली
मासूम के पिता ने बताया, मेरी बच्ची उठती है और सो जाती है। बात तो ज्यादा नहीं कर रही। मुझे पहचान गई। सिर्फ एक बार बोली। उन्होंने बताया कि मैं उस दिन थोड़ा लेट गया था। शाम 5.45 बजे पहुंचा तो बच्ची नहीं मिली। पुलिस थाने में जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई। जिस दरिंदे ने मेरी बच्ची के साथ ऐसा किया है उसे चौराहे पर खड़ा कर फांसी हो, तभी हमारी आत्मा को शांति मिलेगी। वहीं मां रोते हुए बोलीं बेटी को रोजाना उसकी दादी या पापा स्कूल छोड़ने और लेने जाते थे। घटना वाले दिन उसके पापा 15 मिनट लेट हो गए।

लोगों के गले नहीं उतर रही सफाई के लिए स्कूल का कैमरा बंद करने की थ्योरी
बच्ची सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ती है। स्कूल गेट को कॅवर करने के लिए परिसर में सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है लेकिन घटना के दौरान वह बंद था। प्रधानाचार्य ने बंद कैमरे को लेकर सफाई दी थी कि कर्मचारी ने सफाई के दौरान लाइट बंद करते वक्त कैमरे का स्विच भी बंद कर दिया। हालांकि गुरुवार को इस बात पर भी सवाल उठे।

सरस्वती शिशु मंदिर केशवनगर से मंगलवार शाम एक बच्ची लापता हो गई। परिजन स्कूल छोड़ने व लेने जाते थे। मंगलवार शाम परिजन नहीं पहुंचे तो कोई उसे बहलाकर ले गया। जब पिता उसे स्कूल लेने पहुंचे तो वह नहीं मिली। शिकायत के बाद पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज कर लिया। मासूम थर्ड क्लास में पढ़ती है। मंदसौर के कंदोया गली के रहने वाले नरेन्द्र सोनी ने सबसे पहले बच्ची को देखा। उन्होंने बताया, सुबह 11.30 बज रहे थे। मैं बाजार से घर लौट रहा था। लक्ष्मण दरवाजा से होकर गुजरा तो नाले के पास से झाड़ियों में से एक बदहवास बालिका और बालक को आते देखा। बालिका के चेहरे पर भय और दहशत नजर आ रही थी। उसकी आंख, गले व चेहरे पर मारपीट और चोट के कई निशान थे और वह ठीक से चल भी नहीं पा रही थी। यह देख मेरे कदम ठिठक गए। मैंने उसके साथ चल रहे बच्चे से बालिका और उसकी इस हालत के बारे में पूछा। बालक ने अपना नाम करण परमार बताया। करण के अनुसार, वह झाड़ियों के पास से गुजर रहा था तो वह बच्ची नजर आई। बच्ची ने बताया कि 4 लोग उसे यहां छोड़कर भाग गए हैं। इसके बाद मैंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस उसे जिला अस्पताल लेकर गई।

घटना के बाद से आरोपी के माता-पिता घर छोड़कर कहीं चले गए। मदरापुरा में रहने वाले उनके पड़ोसी ने बताया आरोपी इरफान के पिता ट्रक चलाते हैं। घटना के बाद से ही उनका अब तक कहीं पता नहीं चल रहा है। यहां तक कि उनकी मोबाइल भी बंद आ रहा है। इसी तरह आरोपी की मां भी घर पर ताला लगाकर कहीं चली गई हैं।

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