Friday, April 26, 2024
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कुम्भ मेला के नाम पर पर्यटन विभाग के फर्जी टेंडर निकालकर ठगे करोड़ो रूपए

SI News Today

In the name of Kumbh Mela, Tourism Department frauds out of fake tenders

         

कुम्भ मेले में केवल भारतीय ही नहीं अनेक विदेशी पर्यटक भी यहाँ पर आते है जिनकी सुरक्षा का उत्तरदायित्व सरकार पर होता है जिसके चलते योगी सरकार पूरा प्रयास कर रही है कि कुम्भ मेले की तैयारियों में किसी भी प्रकार की कमी न हो फिर बात सुरक्षा व्यवस्था की हो या पर्यटकों के रहने खाने की, इन सब बातो का विशेष रूप से ध्यान रखा गया है, जिसकी जिम्मेदारी पर्यटन विभाग को सौपी गई है।

इसके लिए मेला प्राधिकरण द्वारा अब तक अपनी Official वेबसाइट लांच न करने के बावजूद कई अन्य वेबसाइटों के जरियें ठगी शुरू हो गयी है. ऐसी दर्जनों फ़र्ज़ी वेबसाइटें हैं, जो लंबे चौड़े दावे करके अभी से बुकिंग करने में जुटी हैं। कुम्भ मेले की इन्ही तैयारियों के बीच जालसाजों ने ठगी का अपना जाल फैलाकर पर्यटन विभाग के नाम पर फर्जी टेंडर निकालकर ठेकेदारों से करोड़ों रुपये ठग लिए। जालसाजों ने 2,727 करोड़ रुपये के फर्जी टेंडर निकाले और ठेका देने के नाम पर आवेदकों से करोड़ों रुपये भी वसूल लिए। जब आवेदकों ने टेंडर की जानकारी के लिए पर्यटन विभाग से सम्पर्क किया तो पता चला की तो पता चला कि ऐसा कोई टेंडर जारी ही नहीं हुआ।

dorematery making, चादर और कंबलों की सप्लाई, गंगा की धारा को मोड़ना से लेकर टेंट सिटी, सीवेज पाइपलाइन फिटिंग और अन्य कई काम के नाम पर ठगी के शिकार लोगों ने शुक्रवार को पर्यटन महानिदेशक अवनीश अवस्थी से इसकी शिकायत की। विभाग के प्रबंध निदेशक संचालन अक्षय नागर ने गोमतीनगर थाने में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। कुम्भ मेले में लाखों श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था से लेकर अन्य सुविधाओं के लिए निर्माण कार्य व सामान सप्लाई का उत्तरदायित्व दारोमदार पर्यटन विभाग पर है, जिसके चलते व्यवस्थाओ को पूरा करने के लिए सामान सप्लाई होना है। इसी का फायदा उठाकर जालसाजों ने ठगी के लिए फर्जी टेंडर निकाल लिए। यह फर्जी कारोबार व्हाट्सएप के माध्यम से चल रहा था। आवेदकों से पूरा लेनदेन सोशल मीडिया के जरिए हो रहा था। जब पर्यटन अधिकारियों तक ये मेसेज पहुंचे तो अधिकारी सकते में आ गए और मामले की पड़ताल की।

पर्यटन विभाग के नाम पर फर्जी टेंडर का मामला बेहद गंभीर है। इसके जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी। गोमतीनगर में केस दर्ज कराया जा चुका है। SSP से इस मामले में बात हुई है। पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर लोगों को जागरुक करने के लिए विवरण डाल दिया गया है।’

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