Saturday, April 20, 2024
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उप संभागीय परिवहन अधिकारी उन्नाव के कार्यालय में चलती है जनसेवकों की दुकान

SI News Today

Sub-divisional Transport Officer goes to the Office of Jansevak or Unnao Public Service Shop.

      

उन्नाव ब्यूरो।

उप संभागीय परिवहन अधिकारी उन्नाव का कार्यालय समस्याओ की खान बनता जा रहा है, कर्मचारियों की कमी, बाहरी लोगों का प्रवेश जिसे दलाल भी कहते है, जनसेवको की दखलंदाजी ने समस्याओ को नासूर बना दिया है। सूत्रों के मुताबिक व हमारी पड़ताल मैं ये बात खुल कर सामने आये कि यहां पर होने वाली दलाली में अधिकारियों का हाथ न होकर इन जनसेवको का जयादा हाथ है, यहां पर भी सिंडिकेट काम कर रहा है जिन पर वृहद हस्त होता है जनसेवकों का, छोटे दलाल लोगों से काम व सुविधा शुल्क वसूलते है व ये काम जाता है बड़े दलाल के पास, जो कि इन आवेदनों पर काम करवाकर एक मोटी रकम वसूलता है, जिसका एक बड़ा हिस्सा इन जनसेवको के पास जाता है।

अधिकारी द्वारा काम न करने पर या न नुकुर करने पर फ़ोन बजने लगते है और कभी कभी तो स्वयं जनसेवको के प्रतिनिधी इन दलालो की पैरवी करने आ जाते है। सत्ता का दबाव अधिकारी को न चाहते हुए भी काम करना पड़ जाता है। मीडिया का दबाव भी यहां कम नहीं है कुछ तथाकथित खबरनवीसों के नुमाइंदे भी यहां पर यही काम करते है और यदि काम में कोई रुकावट आती है तो अधिकारी को मीडिया में बदनाम करने में कोई टाइम नहीं लगता, शिकायत होती है तो छापेमारी होती है और यहां पर कई बार हुई भी है। लेकिन पकड़ा कौन जाता है ये छोटे मोटे दलाल जो बेचारे बेरोजगारी के चलते यहाँ पर कुछ पैसो की चाह में चले आते है।

क्या करे मजबूरी है यहां पर काम करने वाले कुछ दलालो से बात करने पर मालूम चला की सभी ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट तक है लेकिन बेरोजगारी की वजह से ये काम कर रहे है और जब कभी छापेमारी होती है तो इन्हे ही पकड़कर जेल भेज दिए जाता है और अभियोग भी ऐसे लगाए जाते है जैसे दुनिया के सबसे बड़े गुनाहगार बेचारे ये बेरोजगार ही हों। काम कराने आये कुछ लोगों से बात करने पर जानकारी हुई कि इस दलाली से उनको कोई समस्या नहीं है उनको नियम कायदे की जानकारी होती नहीं है अगर कुछ पैसे देने पर सभी नियमो की जानकारी के साथ साथ काम भी जल्दी हो जाए तो बुरा क्या है, काम तो समय पर हो जाता है और इन बेरोजगारों की मदद भी हो जाती है वार्ना महीनो दौड़ना पड़ता है। यही पर सवाल उठता है आखिर प्रशासन की मंशा क्या है इन बेरोजगारों को अभियुक्त बनाना या जो बड़ी मछलिया है उनको पकड़ना, उन पर कोई आंच नहीं आती क्यूंकि जनसेवको का आशीर्वाद जो उनके साथ है।

@AanandiParihar

SI News Today
Aanandi Singh Prihar

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