Friday, March 29, 2024
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जयपुर के कठिन डगर को क्या आसान कर पायेगी सचिन-राहुल की जोड़ी

SI News Today

Can Sachin-Rahul combo make easier for Jaipur?

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राजस्थान की भूमि पर चुनावी रण आरंभ हो गया है. जहा भारतीय जनता पार्टी के चुनाव प्रचार का जिम्मा मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे संभाल रही हैं तो वही कांग्रेस के चुनाव प्रचार के लिए आज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी जयपुर पहुंच रहे हैं. राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा, हम जयपुर में मजबूत होने वाले भाजपा के दावे को झूठा साबित कर देंगे.

उन्होंने कहा, पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद गांधी पहली बार प्रदेश यात्रा हैं. और यह वही शहर है जहां से उन्हें पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया गया था. इस लिहाज़ में कांग्रेस पार्टी के लिये जयपुर एक महत्वपूर्ण स्थान है.

एक नज़र जयपुर गणित पर

जयपुर जिले में करीब 87 फीसद हिंदू , 10 फीसद मुस्लिम जनसंख्या हैं. वही जिले में अनुसूचित जाति 15.1% और अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या 8% है. इस जिले में 52.4% लोग शहरी क्षेत्रों में रहते हैं, जबकि ग्रामीण आबादी 47.6% है. यहां कुल 19 विधानसभा सीटें हैं. जिसमें 14 सीटें सामान्यके लिए, 3 अनुसूचित जाति के लिए और 2 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित की गई हैं. राज्य के पिछले दो विधानसभा चुनाव की बात की जाए तो जयपुर जिले में परिणाम बीजेपी के पक्ष में ही गए हैं.

एक नज़र जयपुर 2008 विधानसभा चुनाव के रिजल्ट पर

जिले के कुल 35,38,921 मदताओं में से 22,58,054 (63.8%) लोगों ने वोट दिया था. जिसमें बीजेपी को 39.4%, कांग्रेस को 37.8%, निर्दलीयों को 16% और बहुजन समाज पार्टी को 3.1% वोट मिले थे. सबसे ज्यादा 10 सीटें बीजेपी ने जीती थीं.

एक नज़र जयपुर 2013 विधानसभा चुनाव के रिजल्ट पर

जिले के कुल 39,11,600 मदताओं में से 28,76,745 (73.5%) लोगों ने वोट दिया था. जिसमें बीजेपी को 47.6%, कांग्रेस को 34.2% और निर्दलीय उम्मीदवारों को  8.8% वोट  मिले थे. वही नेशनल पीपुल्स पार्टी ने कुल 7 फीसदी वोट पाए थे.
2008 के चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी .उसे 96 सीटें मिली थीं. जबकि बीजेपी को 78 सीटों पर संतोष करना पड़ा था. 17 अन्य के अलावा बीएसपी को 6 और सीपीएम को 3 सीटों पर जीत मिली थी. कांग्रेस ने अशोक गहलोत के नेतृत्व में राजस्थान में सरकार बनाई थी, लेकिन जयपुर जिले में बीजेपी ने कांग्रेस पर लीड कायम रखते हुए कांग्रेस से 3 सीट ज्यादा जीती थीं.

इसके बाद 2013 के विधानसभा चुनाव में कुल 200 विधानसभा सीटों में 163 पर बीजेपी को जीत मिली और जयपुर की 19 सीटों में से 16 सीटों पर उसके उम्मीदवारों ने परचम लहराया. वही जयपुर में कांग्रेस महज एक सीट ही हासिल कर पाई.

2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव

सूरत जिले की 18 सीटों में कांग्रेस 3 सीटों पर जीत पाई थी, जो बीजेपी की सत्ता वापसी में एक बड़ा फैक्टर साबित हुई थी और उसे 15 सीटें मिली थीं. ग्रामीण क्षेत्रों में कांग्रेस को उम्मीद से बेहतर नतीजे मिले थे. अब देखना है कि सचिन पायलट के नेतृत्व में उपचुनाव और स्थानीय निकाय चुनाव में कांग्रेस जयपुर फतह करने के लिए क्या रणनीति अपनाती है.

 

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