अक्षय कुमार ने हाल ही में छत्तीसगढ में नक्सली हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों के परिजनों के लिए 9 लाख रुपए देने की घोषणा की है। अक्षय ने एक वेबसाइट भी लांच करने में मदद की है जो शहीद जवानों के परिजनों के की मदद के लिए है। हालांकि माओवादियों ने उनके इस कदम की कड़ी आलोचना की है। माओवादियों ने बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल की भी आलोचना की है जिन्होंने शहीद सिपाहियों के परिजनों को 6-6 लाख रुपए की मदद देने की घोषणा की है।
माओवादियों ने अक्षय के इस कदम की आलोचना करते हुए कहा है कि “हम पीएलजीए में मारे गए सीआरपीएफ जवानों के परिजनों को अक्षय द्वारा दी जाने वाली मदद की आलोचना करते हैं। हम फेमस लोगों, फिल्म स्टार्स, स्पोर्ट्स पर्सन और सेलीब्रेटीज से अपील करते हैं कि वो क्रांति और गरीबों के साथ खड़े हों। वो पुलिस अत्याचारों और मानवाधिकारों के हनन के खिलाफ खड़ो हों”। माओवादियों ने ये आलोचना पंफलेट के जरिए की है। ये पंफलेट छत्तीसगछ के दक्षिणी बस्तर जिले के बैलाडिला इलाके से मिले हैं। माओवादियों ने अपनी शुरुआत के 50 साल पूरे होने के मौके पर बांटे। ये प्रोग्राम 1 हफ्ते तक चला था।
अक्षय ने शहीद सैनिकों के परिजनों के लिए मदद करने वाली वेबसाइट bharatkaveer.gov.in की स्थापना के लिए अहम भूमिका अदा की थी। बहुत से ऐसे मामलों में जिनमें परिवार की कमाउ सदस्य ही शहीद हो जाता है उन परिवारों के जीवन को वापस पटरी पर लाना आसान नहीं होता है। ये वेबसाइट उनकी जिंदगी को सुधारने के लिए बनाया है। इससे पहले बॉलीवुड एक्टर विवेक ओबेरॉय ने भी शहीद सीआरपीएफ जवानों के परिजनों को एक एक फ्लैट देने की घोषणा की थी। करीब 25 फ्लैट इस योजना के मुंबई के ठाणे में दिए जाने थे। बीते दिनों में छत्तीसगढ में नक्सली हमलों में बेहद तेजी देखने को मिली है।
गौरतलब है कि बीती 24 अप्रैल को छत्तीसगढ के सुकमा जिले के में नक्सलिओं के हमले में सीआरपीएफ की 74बटालियन के जवानों नें अपनी जान गंवा दी थी। ये हमला तब हुआ था जब जवान सुबह 8:30 बजे गश्त करने निकले थे। उन पर घात लगाकर करीब 300 नक्सलिओं ने हमला किया था।इससे पहले सुकमा के भेजी गांव में 12 मार्च को ही नक्सलिओं के एक हमले में करीब 12 जवानों की मौत हो गई थी। जवान जैसी ही गश्त करने के लिए निकले नक्सलिओं ने आईडी ब्लास्ट किया और उसके बाद गोलियां बरसाना शुरू कर दिया था। ये जवान सीआरपीफ की 219 बटालियन के थे।