अनार खाने के जितने ज्यादा फायदे होते हैं, उतने ही इसके छिलके भी गुणकारी होते हैं। आप अनार तो खा लेते हैं मगर उसके छिलके को यूं ही फेंक देते हैं लेकिन अब ऐसा ना करें क्योंकि आज हम इसके ढेर सारे फायदे बताने जा रहे हैं। अनार के छिलके को सुखा कर उसका पावडर बना लें और एक शीशी में भर कर रख लें। या फिर उसे पीस कर उसके रस का प्रयोग कीजिये।
अनार के छिलके स्वास्थ्य के साथ सुंदरता भी निखारते हैं। अनार का छिलका गले का टॉन्सिल, हृदय रोग, मुंहासे, झुर्रियों, मुंह की बदबू, बवासीर, खांसी और नकसीर जैसी बीमारियों से राहत दिलाने में लाभदायक है।
गले का दर्द और खराश : अगर गले में टॉन्सिल या दर्द है तो अनार के छिलके के पावडर को थोड़ से पानी में उबाल लें। फिर इस काढ़े को छान कर ठंडा कर के गरारा करें। ऐसा दिन में कई बार करें, आपको जरुर लाभ होगा।
हृदय रोग से बचाए : इसके छिलके में ढेर सारा एंटीऑक्सीडेंट होता है जो कि हृदय की बीमारी से बचाता है। साथ ही यह कोलेस्ट्रॉल के लेवल को भी कम करता है। 1 चम्मच अनार के छिलके का पावडर ले कर गरम पानी में मिलाएं और रोजाना पियें। इसके साथ अपने आहार में सुधार करें और रोजाना व्यायाम भी करें।
मुंहासों की समस्या : अनार के छिलकों को सुखाकर, भून लें और ठंडा होने पर पीसकर चेहरे पर लगाने से मुंहासों की समस्या से छुटकारा मिलता है।
झुर्रियों से राहत : छिलकों को सुखाकर इसका पाउडर बनाकर इसमें गुलाब जल मिलाकर इसको फेसपैक की तरह चेहरे पर लगाने से त्वचा जवां बनती है और झुर्रियां दूर होती है।
अधिक मासिक स्राव आने पर : अनार के छिलके को सुखा कर उसके पावडर को पानी के साथ रोजाना पीने से मासिक धर्म में अधिक ब्लीभडग नहीं होती।
मुंह की बदबू और मसूड़ों के लिए : एक गिलास पानी में सूखे छिलके का पावडर मिला लें। उसके बाद इस पानी से दिन में दो बार कुल्ला करे, इससे मुंह से बदबू नहीं आएगी। अगर मसूड़े मजबूत बनाने हैं तो काली मिर्च पावडर के साथ अनार के छिलके का पावडर मिक्स करें और उसे दांतों तथा मसूड़ों की मालिश करें।
मजबूत हड्डियों के लिए : इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेट्री गुण होते हैं जो हड्डियों को मजबूती देते हैं, खासतौर पर रजोनिवृत्त महिलाओं को। इसका सेवन करने के लिये एक गिलास गरम पानी में 2 चम्मच अनार के छिलके का पावडर मिला लें। इसको टेस्टी बनाने के लिये इसमें नींबू का रस और हल्का सा नमक भी मिला सकती हैं। इस काढ़े को रात में सोने से पहले पियें।
बवासीर : 10 ग्राम अनार के छिलके का चूर्ण बनाकर इसमें 100 ग्राम दही मिलाकर खाने से बवासीर ठीक हो जाती है या अनार के छिलकों का चूर्ण 8 ग्राम, ताजे पानी के साथ प्रतिदिन सुबह-शाम प्रयोग करें।
खांसी : अनार के सूखे छिलके को पीस कर 5 ग्राम ले कर उसमें 0.10 ग्राम कपूर भी मिला लें। यह चूर्ण दिन में 2 बार पानी में मिलाकर पीने से भयंकर खांसी ठीक हो जाती है।
सनस्क्रीन का काम करे : अनार के छिलको को सनस्क्रीन के तौर पर भी लगाया जा सकता है।