भाजपा सांसद और बॉलीवुड कलाकार परेश रावल ने कुछ दिनों पहले अरुंधति रॉय पर विवादास्पद ट्वीट किया था। इस ट्वीट को लेकर जमकर बवाल हुआ। अब ये ट्वीट परेश रावल के वॉल से गायब है। बताया जा रहा था कि बढ़ते विवाद के चलते बीजेपी सांसद ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया। इस पर बुधवार को एक चिट्ठी के जरिए परेश रावल ने सफाई देते हुए लिखा कि ‘मैंने अपना ट्वीट अपनी मर्जी से जिलीट नहीं किया। मुझे ट्विटर की तरफ से दबाव दिया जा रहा था कि में इसे डिलीट करूं। ट्विटर का कहना था कि अगर मैं अपना ट्वीट डिलीट नहीं करूंगा तो वो लोग मेरा अकाउंट सस्पेंड कर देंगे। इस मजबूरी में आकर मुझे अपना ट्वीट डिलीट करना पड़ा।’ अपनी इस चिट्ठी से परेश रावल अरुंधति पर अपने स्टैंड को लेकर पीछे हटने के मूड में नहीं दिख रहे हैं।
आपको बता दें कि डिलीट किए गए ट्वीट में परेश रावल ने लिखा था, ‘आर्मी जीप पर किसी पत्थरबाज़ को बांधने के बजाय अरुंधति रॉय को बांध दो।’ परेश रावल ने पाकिस्तानी मीडिया की एक कथित खबर पढ़कर यह ट्वीट किया था। जिसमें लिखा था कि लेखिका अरुंधति रॉय ने श्रीनगर में आर्मी के खिलाफ बयान दिया है। हालांकि, इंडियन एक्सप्रेस को जानकारी मिली है कि अरुंधति राय पिछले कई सालों से श्रीनगर नहीं गई हैं।
परेश रावल ने चिट्ठी लिख कर बताई ट्वीट डिलीट करने की मजबूरी।
इस मामले पर इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए परेश रावल ने कहा था कि उन्हें पता था कि उनके ट्वीट पर हंगामा होगा। बावजूद इसके उन्होंने सब जानते हुए कड़ी भाषा में ही पोस्ट लिखा था ताकि उसका वैसा ही प्रभाव पड़े। परेश रावल के ट्वीट के बाद लोग दो धड़े में बंट गए थे। एक धड़ा परेश के साथ तो दूसरा उनके खिलाफ खड़ा था।