चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत गुरुवार से होने जा रही है। 1 जून से 18 जून तक चलते वाले इस मिनी वर्ल्ड कप में आठ टीमें हिस्सा ले रही हैं। भारत का पहला मैच 4 जून को पाकिस्तान के खिलाफ होगा लेकिन बात अगर सभी टीमों की हो तो ये 7 बल्लेबाज इस चैंपियंस ट्रॉफी में अपनी छाप छोड़ सकते हैं। खास रहने वाली है, जिसमें ये 8 खिलाड़ी किसी भी पल खुद के दम पर मैच का रुख पलटने की काबिलियत रखते हैं।
युवराज सिंह :- इस भारतीय बल्लेबाज ने 2000 में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान ही अपना डेब्यू किया था। एक ओवर में 6 छक्के लगा चुके इस बल्लेबाज ने 296 वनडे मैचों में 87.64 की स्ट्राइक के साथ 8539 रन बनाए हैं। उन्होंने 14 शतक समेत 11 अर्धशतक भी जड़े हैं। युवराज को 2013 में एकदिवसीय टीम में जगह नहीं मिली थी लेकिन वापसी के बाद इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे मैच में इस बल्लेबाज ने 150 रन की शानदार पारी खेली थी।
लसिथ मलिंगा :- चोटिल होने के बाद लंबे समय बाद वापसी करने वाले मलिंगा एकदिवसीय मैचों में 300 विकेट लेने से महज 9 कदम दूर हैं। 2013 में वह टूर्नामेंट के दौरान काफी प्रभाव छोड़ चुके हैं। उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी में न्यूजीलैंड के खिलाफ 34 रन देकर 4 विकेट झटके थे। मलिंगा 191 वनडे मैचों में 291 विकेट झटक चुके हैं। सर्वश्रेष्ठ – 6/38
शोएब मलिक :- पाकिस्तान का ये धाकड़ बल्लेबाज छठी बार चैंपियंस ट्रॉफी में हिस्सा ले रहा है। मिस्बाह-उल-हक और यूनुस खान के संन्यास लेने के बाद इनपर टीम को लेकर काफी जिम्मेदारियां होंगी। शोएब 247 वनडे मैचों में 81.65 की स्ट्राइक के साथ 9 शतक और 39 अर्धशतक की मदद से 6711 रन बना चुके हैं।
शाकिब अल हसन :- वनडे में विश्व के बेहतरीन ऑलराउंडर शाकिब 173 मैचों में 6 शतक और 34 अर्धशतक के साथ 4815 रन बना चुके हैं। बात अगर गेंदबाजी की करें तो वह 224 विकेट भी झटक चुके हैं। सर्वश्रेष्ठ – 5/47
Champions-Trophy-Schedule चैंपियंस ट्रॉफी 2017 का पूरा शिड्यूल।
क्विंटन डि कॉक :- 82 एकदिवसीय मैचों में 3410 रन बनाने वाले क्विंटन का औसत 43.72 रहा है। वह इस दौरान 4 बार नाबाद रहते हुए 12 शतक और 13 अर्धशतक भी लगा चुके हैं। 17 दिसंबर 1992 को जन्में क्विंटन की वनडे रैंकिंग 4 है।
मिचेल मैक्क्लेनघन :- न्यूजीलैंड का ये खिलाड़ी 48 एकदिवसीय मैचों में 7.70 की इकॉनमी के साथ 82 विकेट ले चुका है। इनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/58 रहा है। इंजरी से उभरकर वापसी करने वाले मिचेल ने बीते 15 महीनों से कोई अंतर्राष्ट्रीय मैच नहीं खेला है।
मोसेज हैनरिक्स :- ऑस्ट्रेलिया का ये ऑलराउंडर खिलाड़ी 8 एकदिवसीय मैचों में 5.10 की इकॉनमी के साथ 6 विकेट ले चुका है। वहीं बात अगर बल्लेबाजी की करें तो वह अच्छी-खासी बल्लेबाजी करने का माद्दा भी रखते हैं। 2009 में अपने करियर की शुरुआत करने वाले हैनरिक्स को प्रथम श्रेणी क्रिकेट और आईपीएल में शानदार प्रदर्शन के चलते टीम में जगह मिली है।
युवराज सिंह :- इस भारतीय बल्लेबाज ने 2000 में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान ही अपना डेब्यू किया था। एक ओवर में 6 छक्के लगा चुके इस बल्लेबाज ने 296 वनडे मैचों में 87.64 की स्ट्राइक के साथ 8539 रन बनाए हैं। उन्होंने 14 शतक समेत 11 अर्धशतक भी जड़े हैं। युवराज को 2013 में एकदिवसीय टीम में जगह नहीं मिली थी लेकिन वापसी के बाद इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे मैच में इस बल्लेबाज ने 150 रन की शानदार पारी खेली थी।