बॉलीवुड एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित और जूही चावला 90 के दशक की बेहतरीन एक्ट्रेस में गिनी जाती हैं। दोनों ने अपने करियर के दौरान कई हिट फिल्में दीं हैं। लेकिन कई डायरेक्टर को मना करने के बाद ये दोनों पहली बार फिल्म ‘गुलाब गैंग’ में एक साथ नजर आए थे। इस फिल्म के डायरेक्टर सौमिक सेन थे, जो इन दोनों को बड़े पर्दे पर लाने में कामयाब रहे थे। कहा जाता है कि उस जमाने में माधुरी दीक्षित और जूही चावला के बीच जबर्दस्त कॉम्पिटीशन हुआ करता था। इन दोनों के बीच की कैट फाइट अक्सर सुर्खियां बटोरतीं थीं। खबरों की माने तो फिल्म ‘दिल तो पागल है’ के लिए माधुरी के साथ पहले जूही चावला को काम करने के लिए कहा गया था।
लेकिन जूही दूसरी नंबर की एक्ट्रेस नहीं बनना चाहती थीं और उन्होंने इस फिल्म में काम करने से इनकार कर दिया। जिसके बाद डायरेक्टर ने इस रोल के लिए करिश्मा कपूर से बात की। 2014 में आई फिल्म ‘गुलाब गैंग’ के लिए जब डायरेक्टर सौमिक सेन ने इन दोनों से बात की तो दोनों को ही फिल्म की कहानी पसंद आई और इस तरह इन दोनों को पहली बार एक साथ बड़े पर्दे पर देखा गया।
डायरेक्टर सौमिक सेन ने एक इंटरव्यू में बताया था कि इन दोनों को कास्ट करना कतई आसान नहीं था क्योंकि फिल्म के सेट पर भी ये आपस में बात-चीत नहीं किया करती थीं। ऐसे में पूरी यूनिट को शूटिंग के दौरान कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता था।
शूटिंग के दौरान एक दिन यूनिट के लोगों ने परेशान होकर माधुरी दीक्षित और जूही चावला को कुछ देर तक एक कमरे के अंदर बंद कर दिया। जिसके बाद ये दोनों एक-दूसरे से बात करती हुई बाहर निकली और उस दिन के बाद शूटिंग भी ठीक तरीके से होने लगा था। स्टार्स के बीच कैट फाइट होना बॉलीवुड में आम बात है। ऐसे कई एक्टर्स और एक्ट्रेस हैं जो एक-दूसरे के साथ काम तो दूर बल्कि चेहरा देखना भी पसंद नहीं करते।