Wednesday, April 30, 2025
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क्या हैं याद्दाश्त बढ़ाने के आयुर्वेदिक उपाय, जानिए..

SI News Today

मानव मस्तिष्क सूचनाओं के संग्रहण के काम आता है। मानव शरीर में मस्तिष्क की उपस्थिति ही उसे जानवरों या फिर जीवन की अन्य प्रजातियों से अलग करती है। सोचने समझने और याद करने की क्षमता केवल इंसानों में ही होती है। कभी-कभी किन्हीं कारणों से मस्तिष्क में कुछ समस्याएं आ जाती हैं जिनकी वजह से लोगों की याद्दाश्त प्रभावित होने लगती है। मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह ठीक न होने की वजह से या फिर आवश्यक पोषक तत्वों की कमी की वजह से चीजों को याद रखने की क्षमता में गिरावट आने लगती है। ऐसे में याद्दाश्त की कमजोरी की वजह से हमें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

आज हम आपको याद्दाश्त बढ़ाने के कुछ घरेलू आयुर्वेदिक समाधान के बारे में बताने जा रहे हैं। इनका नियमित इस्तेमाल आपको भूलने की समस्या से निजात दिलाने में काफी उपयोगी सिद्ध होगा।

ब्राह्मी – ब्राह्मी एक लोकप्रिय आयुर्वेदिक औषधि है। इसमें कुछ ऐसे रसायन पाए जाते हैं जो दिमागी नसों तथा कोशिकाओं में प्रोटीन संश्लेषण को बढ़ावा देते हैं, जिससे दिमाग की क्षमता काफी मजबूत होती है। इसका प्रयोग बच्चों में उनकी याद्दाश्त क्षमता बढ़ाने तथा वयस्कों में चिंता दूर कर दिमाग को आराम दिलाने में किया जा सकता है। ब्राह्मी का तेल सिर पर लगाकर मसाज करने से दिमाग को आराम मिलता है तथा मानसिक क्षमता में वृद्धि होती है।

अश्वगंधा – दिमाग की संपूर्ण देखभाल के लिए अश्वगंधा काफी फायदेमंद है। दिमाग की कमजोर क्षमता में सुधार के लिए अश्वगंधा का प्रयोग किया जा सकता है। यह नई चीजों को स्पष्ट समझने की क्षमता विकसित करने में काफी मदद करता है। बाजार में मौजूद सभी आयुर्वेदिक ब्रेन मेडिसिन्स में अश्वगंधा का इस्तेमाल होता है।

मुलेठी – मुलेठी अपने औषधीय गुणों की वजह से संसार भर में कई उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल की जाती है। तनाव या फिर अवसाद होने पर मुलेठी का सेवन दिमाग को शांत रखता है। यह रक्त परिसंचरण को बेहतर बनाकर शरीर में ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने का काम करता है। अक्सर उन छात्रों को मुलेठी के सेवन की सलाह दी जाती है जो किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे होते हैं। इससे उन्हें अपने विषयों से संबंधित तमाम तरह के तथ्य और जानकारियां याद रखने में मदद मिलती है।

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