कादर खान ने बॉलीवुड में बतौर एक्टर, कॉमेडियन, डायरेक्टर और डायलॉग राइटर अपना हुनर दिखाया है। कुली, मुकद्दर का सिकंदर, लवारिस, शराबी और अमर अकबर एंथनी जैसी ब्लाकबस्टर फिल्में लिखने वाले कादर खान के लिए बॉलीवुड में पहचान बनाना कतई आसान नहीं था। उनका बचपन काफी गरीबी में गुजरा था। इसके बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी और हिंदी सिनेमा जगत में कड़ी मेहनत से लोगों के दिलों पर राज किया। चलिए आज हम आपको कादर खान से जुड़ा एक रोचक किस्सा बताते हैं। जब कादर खान को पहली बार एक्टिंग के लिए मिला 100 रुपए का नोट मिला था।
दरअसल कादर खान के हिंदी सिनेमा जगत में कदम रखने के पीछे एक्टर अशरफ खान का बहुत बड़ा योगदान है। वह अशरफ खान ही थे जिन्होंने पहली बार कादर खान को एक्टिंग करने का मौका दिया था। उन दिनों अशरफ खान वामक अजरा नाटक तैयार कर रहे थे। इस नाटक में एक यंग प्रिंस की जरूरत थी जो करीब 40 पन्नों की स्क्रिप्ट याद कर सके। तब अशरफ खान को न सिर्फ नाटक में एक्टिंग करने का मौका दिया बल्कि 1 महीने तक अपने घर बुलाकर एक्टिंग के गुर भी सिखाए थे।
वामक अजरा में कादर खान की एक्टिंग देखकर लोगों ने उनके लिए खड़े होकर तालियां बजाई थीं। उस वक्त कादर खान की उम्र महज 8-9 साल रही होगी। तब इस प्ले को देख रहे एक बुजुर्ग ने कादर खान की एक्टिंग से खुश होकर उनके सिर पर हाथ फेरकर अच्छे भविष्य के लिए दुआ की। साथ ही बुजुर्ग ने कादर खान को 100 रुपए का एक नोट तोहफे के रूप में दिया। बुजुर्ग ने कादर खान को नोट देते हुए कहा कि वह इसे एक सर्टिफिकेट की तरह समझें और हमेशा संभाल कर रखें।
कादर खान ने कई साल तक वह 100 रुपए का नोट संभाल कर रखा लेकिन मजबूरी में कादर खान को वह नोट इस्तेमाल करना पड़ा। कहा जाता है कि कादर खान ने पहली बार एक्टिंग के लिए मिला वह नोट घर का राशन लाने के लिए इस्तेमाल किया था।