माइक टायसन दुनिया के नामी बॉक्सर रहे हैं। फॉर्मर अमेरिकी प्रोफेशनल बॉक्सर हैं। मुंह से नहीं मुक्कों को दुनिया को जवाब देना जानते थे। क्रूर जिंदगी बिताने वाले टायन की जब बचपन में खिल्ली उड़ाई जाती थी, तो बोलती बंद कर देते थे। आगे चल कर भी यही स्वभाव रिंग में नजर आया। वह अपने गुस्सा काबू नहीं कर पाते थे। मैच में अचानक आक्रामक हो जाते। नियम-कायदे तक भूल जाते। एक बार वह इतने आक्रामक हो गए थे कि उन्होंने अपोनेंट का कान काट लिया था।
यह किस्सा 28 जून 1997 का है। एमजीएम ग्रैंड गार्डन अरीना में तब हेवीवेट चैंपियनशिप हुई थी। उन्होंने इस मैच में अपोनेंट इवांडर होलीफील्ड का कान काट लिया था। तीसरे राउंड में उन्होंने पहली बार उनका काना काटा था। रेफरी ने कुछ देर के लिए मैच रोका। मगर दोबार मैच शुरू हुआ, तो उन्होंने फिर वही काम किया।
हमला जोरदार था। होलीफील्ड के तब कान का ऊपरी हिस्सा अलग हो गया था। वह टायसन के मुंह में आ गया, जो बाद में रिंग में देखा गया था। मैच के बाद रेफरी ने टायसन को अयोग्य घोषित किया। होलीफील्ड इस तरह विनर बने थे। टायसन पर इस हरकत के लिए जुर्माना भी लगा था। एक साल के लिए बॉक्सिंग लाइसेंस भी रद्द हुआ था।