वीरेंद्र सहवाग बल्ला मैदान में बोलता था। लेकिन वह अक्सर शांत और सौम्य ही रहते थे। वह भी इस मामले में कप्तान कूल धोनी जैसे हैं। खुद को कंट्रोल रखते हैं और जल्दी आपा नहीं खोते हैं। मगर एक बार वह बुरी तरह गुस्सा गए थे। कारण थे- टीम इंडिया के कप्तान (अब) विराट कोहली। वह नहीं चाहते थे कि कोहली टीम को नुकसान पहुंचाएं।
यह बात ऑस्ट्रेलिया स्थित पर्थ टेस्ट मैच की है। एक टीवी शो में वीरू में पूछा गया था- क्या आपकी कभी साथी खिलाड़ी पर गुस्सा आया। उन्होंने कहा था कि पर्थ टेस्ट चल रहा था। वहां कोहली ने पब्लिक में अपनी अंगुली दिखाई थी। यह मामला अंपायर तक जा पहुंचा। उसने अपने सहयोगियों और वरिष्ठों से बातचीत की। मैच रेफरी ने तब उन पर फाइन लगाया था।
बकौल नजफगढ़ के सुल्तान कोहली, उस सीरीज में वही इकलौता खिलाड़ी था, जिसने 80 रन बनाए थे। अगर वह बैन हो जाता, तो अगले मैच में वह न खेल पाता। कोई और खेलता, तो बल्लेबाजी में हम ढीले पड़ जाते। फिर हम हारते, इसलिए गुस्सा हुआ था। मैं नहीं चाहता था कि वह ऐसी हरकत करें, जिससे बैन हों। वह तो बैन हो जाते, लेकिन उससे टीम का नुकसान होता।