अमेरिका में काम कर रहे साफ्टवेयर इंजीनियर नागराजू सुरापल्ली और उनके तीन साल के बेटे की स्विमिंग पूल में डूबकर मौत हो गई। अमेरिका से इन दोनों के शव को वापस भेजने के लिए फंड इकट्ठा किया जा रहा है। अमेरिका के मिशीगन में रह रहे इस परिवार के लिए गुजरा मंगलवार (30 मई) कहर बनकर टूटा। खबरों के मुताबिक इन दोनों का शव इनके अपार्टमेंट में मौजूद स्विमिंग पूल में पाया गया था। स्थानीय अमेरिकी मीडिया के मुताबिक स्विमिंग पूल से गुजर रहे कुछ लोगों ने स्विमिंग पूल में तैर रहे इनकी लाशों को देखा और इसके बाद पुलिस को सूचना दी। एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक स्थानीय पुलिस चीफ डेविड मेलोई ने बताया कि नागराजू अपने बच्चे अनंत को लेकर स्विमिंग पूल की ओर आए थे, हालांकि इनका मकसद पूल में तैरना नहीं था और वे लोग स्विमिंग पूल के निकट बैठे हुए, मौका ए वारदात पर मिले सबूत भी यही कहते हैं, इसके साथ ही इन दोनों ने स्विमिंग की ड्रेस भी नहीं पहन रखी थी।
पुलिस के मुताबिक सइकिल चलाने वक्त उनका बेटा अनंत स्विमिंग पूल में गिर गया, और अनंत को बचाने के लिए नागराजू भी स्विमिंग पूल में कूद पड़े। लेकिन दुख की बात ये है कि नागराजू तैराकी नहीं जानते थे ना ही वहां लाइफगार्ड मौजूद था। अपने बेटे को बचाने के चक्कर में नागराजू की जान तो चली ही गई उनका बेटा भी काल का शिकार बन गया। नागराजू आंध्र प्रदेश के गुंटूर के रहने वाले हैं। उनकी मौत के बाद पत्नी बिन्दू सदमे में हैं। नागराजू और उनके बेटे के शव को वापस भारत लाने में डेढ़ लाख डॉलर का खर्च है। इस रकम का जुगाड़ करने के लिए उन्हें दोस्तों ने क्राउड फंडिग शुरू की है। दरअसल क्राउड फंडिंग एक तरह से चंदा देने का सिस्टम है। जहां लोग एक खास उद्देश्य के लिए बनाए फंड में ऑनलाइन पैसे जमा करते हैं। नागराजू के शव को भारत लाने के लिए उनके दोस्त इस फंड में योगदान दे रहे हैं।