जब कभी आप किसी अच्छे वक्ता का भाषण सुन रहे होते हैं या फिर किसी अच्छे शायर या कवि की कविता सुन रहे होते हैं तो अनायास आप उन्हें दाद देने के लिए तालियां बजा उठते हैं। इसके अलावा जब आप किसी मंदिर की आरती में सम्मिलित होते हैं तब भी आप तालियां बजाकर आरती गाते हैं। तालियां बजाने के एक नहीं अनेक फायदे होते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि हमारे शरीर में तकरीबन 340 प्रेशर पॉइंट्स होते हैं। इनमें से लगभग 29 हमारे हाथों में होते हैं। ये प्रेशर पॉइंट्स शरीर के अलग-अलग अंगों से जुड़े हुए होते हैं। जब हम ताली बजाते हैं तो इससे शरीर के उन अंगों में दर्द आदि से काफी राहत मिलती है। इसके अलावा भी तालियां बजाने से हमारे शरीर को कई तरह के लाभ मिलते हैं।
ताली बजाने से हमारी हथेली पर मौजूद सभी बिंदुओं पर दबाव पड़ता है जिससे सभी शारीरिक अंगों में ऊर्जा का प्रवाह होता है और ताजगी प्राप्त होती है। इसके अलावा ताली बजाने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन दुरुस्त रहता है। विशेषज्ञों के अनुसार हमारे बाएं हाथ की हथेली में लंग, लीवर, गॉल ब्लैडर, किडनी, छोटी और बड़ी आंत तथा दाएं हाथ की हथेली में साइनस के प्रेशर पॉइंट्स होते हैं। जब हम ताली बजाते हैं तो इन सभी अंगों में रक्त दौड़ने लगता है। तालियां बजाने से रक्तचाप की बीमारी में काफी लाभ मिलता है।
ताली बजाने से बच्चों की कार्यक्षमता पर भी बेहतरीन असर पड़ता है। उनका दिमाग काफी तेज होता है। रोज अगर आधे घंटे तक ताली बजाई जाए तो मधुमेह, हाई ब्लड प्रेशर, डिप्रेशन, सिर दर्द, जुकाम और बालों के झड़ने की समस्या से राहत मिलती है। इसके अलावा ऐसे लोग जो दिन भर ऑफिस में काम करते हैं तथा जिन्हें पसीना कम बहाना पड़ता है उनके लिए तालियां बजााना काफी फायदेमंद होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ताली बजाने से उनका रक्त प्रवाह दुरुस्त रहता है जिससे रक्त में शुद्धि बनी रहती है। ताली बजाने से हमारे बालों को भी काफी फायदा मिलता है। इससे न सिर्फ बाल झड़ने बंद हो जाते हैं बल्कि लंबे, घने और काले भी होते हैं।