भारतीय क्रिकेट टीम का कोच बनने के लिए 2 लाइन का रेज्युमे भेजने की रिपोर्ट को सिरे से नकारते हुए पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने कहा है कि अगर उन्हें इस तरह की शॉर्ट ऐप्लिकेशन भेजनी ही होती तो उनका सिर्फ नाम ही काफी होता। अक्सर सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर अपने मजाकिया अंदाज के लिए प्रख्यात सहवाग ने कहा कि उन्होंने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के नियमों के मुताबिक ही अपना सीवी भेजा था। सहवाग ने UCWeb को दिए इंटरव्यू में कहा, “उस दो लाइन के सीवी को देखना चाहूंगा। अगर मुझे दो लाइन का ही रेज्युमे भेजना होता तो मेरा नाम ही काफी था।” सहवाग ने अपने इंटरव्यू में बताया कि उनकी नजर में सोरव गांगुली सबसे बेहतरी भारतीय कप्तान रहे हैं। इसके अलावा सहवाग ने अपने क्रिकेट करियर में सचिन तेंदुलकर की बताए दिशा-निर्देशों की महत्वता भी बताई।
बता दें कि इससे पहले रिपोर्ट आई थी कि विस्फोटक बल्लेबाज विरेंदर सहवाग ने भारतीय क्रिकेट टीम का कोच बनने के लिए आवेदन किया है और सिर्फ दो लाइन का रेज्युमे भेजा है। यह भी कहा गया कि सहवाग ने अपने एप्लिकेशन ने लिखा, ”इंडियन प्रीमियर लीग में किंग्स इलेवन पंजाब का कोच और मेंटर हूं तथा इन सभी (भारतीय) खिलाड़ियों के साथ खेल चुका हूं।”
गौरतलब है कि वर्तमान कोच अनिल कुंबले ने आधिकारिक तौर पर बोर्ड को आवेदन भेजा है। उनके अलावा आस्ट्रेलिया के टॉम मूडी, पाकिस्तान के पूर्व कोच रिचर्ड पायबस, भारतीय टीम के पूर्व मैनेजर लालचंद राजपूत और पूर्व तेज गेंदबाज डोडा गणेश भी अब तक आवेदन भेज चुके हैं। आस्ट्रेलिया के क्रिस मैक्डरमॉट ने भी कोच पद के लिए आवेदन भेजा था, लेकिन आवेदन भेजने की अंतिम तारीख (31 मई) के बाद उनका आवेदन बोर्ड को मिला।
वहीं बीसीसीआई की प्रशासनिक समिति (सीओए) के अध्यक्ष विनोद राय ने साफ किया है कि अनिल कुंबले वेस्टइंडीज दौरे के लिए भी टीम इंडिया के कोच पद पर बने रहेंगे। इससे पहले यह कहा जा रहा था कि कुंबले का कार्यकाल चैम्पियंस ट्रॉफी के बाद समाप्त हो जाएगा। टीम इंडिया का वेस्टइंडीज दौरा 23 जून से शुरू हो रहा है, जहां भारत को पांच वनडे और एक टी20 मैच खेलना है।