Sunday, March 24, 2024
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बहराइच में आंधी-बारिश से भारी तबाही, कई लोगो की हुई मौत

SI News Today

बहराइच. आंधी-तूफान और बारिश से बुधवार को जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। यूपी के बहराइच में मकान और पेड़ गिरने से युवती समेत छह लोगों की मौत हो गई। वहीं, 58 लोग घायल हो गए। एडीएम विद्याशंकर सिंह ने कहा, क्षेत्रीय राजस्वकर्मियों को निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार करने के आदेश दिए गए हैं। रिपोर्ट के आधार पर मुआवजे की कार्रवाई की जाएगी।
120 किलोमीटर प्रतिघंटा रफ्तार से चलीं हवाएं

बता दें, बहराइच में बुधवार शाम से ही मौसस सुहावना हो गया था। रात 8 बजे तक 120 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलीं। इसके बाद तेज बारिश शुरू हो गई। आंधी, तूफान और पानी के बीच मिहींपुरवा और नानपारा क्षेत्र में जमकर कहर बरपा। तूफान का सबसे अधिक असर मिहींपुरवा के जंगल से सटे क्षेत्रों में दिखा। सुजौली, कनपुरवा, चफरिया, सुजौली बाजार, आंबा, बर्दिया, मिहींपुरवा, सेमरी मलमला, लालबोझा, नयापुरवा में जगह-जगह पेड़ उखड़ गए।
इन लोगों की हुई मौत
कई पेड़ लोगों के मकानों पर गिरे, जिससे मकान तो तहस-नहस हुए ही, घर के अंदर मौजूद लोग भी घायल हो गए। आंधी के दौरान घर में मौजूद मिहींपुरवा के रेलवे स्टेशन के पास रहने वाले अब्बास के मकान पर पेड़ गिर गया। मौके पर ही उसकी मौत हो गई, जबकि पत्नी साकरा घायल हुई हैं। इसके अलावा अलग-अलग क्षेत्रों में भुल्लन गुप्ता (60), पिंकी (20), राजकुमारी (30), राजबली (65), हसन अली (35) की मौत हो गई। वहीं, करीब 58 लोग घायल हो गए, जिनमें से 5 की हालत गंभीर बताई जा रही है।
रिपोर्ट के आधार पर किया दिया जाएगा मुआवजा

एडीएम विद्याशंकर सिंह ने कहाख् जिले में तूफान का असर रहा है। बड़े पैमाने पर पेड़, मकान ढहने की शिकायतें मिली हैं। लोगों की मौतें भी हुई हैं। क्षेत्रीय राजस्वकर्मियों को निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार करने के आदेश दिए गए हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद उसी के अनुरूप मुआवजे की कार्रवाई की जाएगी।
दैवीय आपदा का मुआवजा नहीं मिलेगा
एसडीएम नानपारा एसपी शुक्ला ने बताया, बख्तावर गांव निवासी हसन अली आंधी में गिरे पेड़ की डाल तोड़ रहा था। उस समय पेड़ से गिरकर उसकी मौत हुई है। ऐसे में उसे दैवीय आपदा कोष से सहायता नहीं मिल सकेगी। अन्य के मामले में रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
18 मिलीमीटर बारिश हुई रिकॉर्ड
फसल अनुसंधान केंद्र के प्रभारी वैज्ञानिक डॉ. एमवी सिंह ने बताया, गर्म हवा के दबाव का क्षेत्र बनने की वजह से तूफान और भारी बारिश की स्थिति तराई में बनी। इसे चक्रवाती तूफान नहीं कहा जा सकता। फिर भी तेज हवाएं चली हैं। गति 100 से 120 किलोमीटर प्रतिघंटा के आसपास रही। 18 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई है।

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