जयपुर: सुप्रीम कोर्ट ने संजय लीला भंसाली की आगामी फिल्म ‘पद्मावती’ की रिलीज पर रोक लगाने संबंधी याचिका को शुक्रवार को खारिज कर दिया. कोर्ट ने कहा कि सेंसर बोर्ड किसी भी फिल्म को प्रमाणपत्र देने से पहले सभी पहलूओं पर गौर करता है. प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति एएम खानविलकर और न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ की पीठ ने कहा कि रिलीज से पहले फिल्म को प्रमाणपत्र देने के संबंध में सेंसर बोर्ड के पास अनुपालन के लिय पर्याप्त दिशा-निर्देश हैं. पीठ सिद्धराज सिंह एम चूडासामा और 11 अन्य की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी.
याचिका में प्रतिष्ठित इतिहासकारों की एक समिति बनाने का अनुरोध किया गया था, जो फिल्म में रानी पद्मावती के फिल्मांकन में किसी गलती को रोकने के लिए पटकथा की जांच करे. याचिका में यह भी अनुरोध किया गया था कि निर्माता और निर्देशक द्वारा फिल्म से इतिहास संबंधी कथित गड़बड़ियां दूर होने तक इसकी रिलीज प्रतिबंधित कर दी जाए. सुप्रीम कोर्ट ने सभी आपत्तियों को दरकिनार करते हुए याचिका खारिज कर दी.
सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद श्रीराजपूत सभा के अध्य्क्ष (जो कि राजपूत समाज की शीर्ष इकाई है) गिरिराज सिंह लोटवाड़ा ने कहा कि यदि पद्मावती फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली की फिर से पिटाई हो जाए तो वे जिम्मेदार नहीं होंगे. लोटवाड़ा ने DNA को बताया, “यदि संजय लीला भंसाली को जहां भी दिखाई दें, वहीं पर कोई युवा पीट दे तो वे जिम्मेदार नहीं होंगे.”
गौरतलब है कि फिल्मकार संजय लीला भंसाली ने कुछ दिन स्पष्ट किया था कि ‘पद्मावती’ में रानी पद्मावती और आक्रमणकारी अल्लाउद्दीन खिलजी के बीच रोमांटिक ड्रीम सीक्वेंस है. भंसाली ने कहा, “दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह द्वारा निभाए गए पात्रों के बीच कोई बातचीत नहीं है.” भंसाली के करीबी एक सूत्र ने कहा था, “हम इस बात को साफ कर रह रहे हैं कि दीपिका और रणवीर में कोई ड्रीम सीक्वेंस नहीं है. उन्होंने एक दिन भी ‘पद्मावती’ की शूटिंग साथ नहीं की. हमें नहीं पता कि दोनों के साथ होने की अफवाह किसने शुरू की.”
फिल्म में दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और रणवीर कपूर ने भूमिका अदा की है. फिल्म को लेकर राजपूत समाज में आक्रोश बहुत ज्यादा है. भंसाली को फिल्म रिलीज करने से पहले धमकी दी जा चुकी है. गौरतलब है कि भंसाली ने जब शुरुआत में फिल्म की शूटिंग के लिए जयपुर में सेट लगाया था तो करणी सेना के के लोगों ने तोड़फोड़ कर दी थी. कुछ युवकों ने उनकी कथित तौर पर पिटाई कर दी थी. बाद में कोल्हापुर में अज्ञात समूह ने फिल्म के सेट पर आग लगा दी थी.