देश में कोला इंडस्ट्री इन दिनों खराब स्थिति से जूझ रही है। स्थानीय ब्रैंड्स भी इसी तरह की ड्रिंक्स बना रहे हैं, जो काफी सस्ती हैं और शहरों में कोला पीने वालों को काफी पसंद आ रही हैं। अब टीम इंडिया के कप्तान और सबसे ज्यादा कमाई करने वाले सिलेब्रिटी विराट कोहली ने भी एेसे प्रॉडक्ट का प्रचार करने से इनकार कर दिया है, जिसका उनसे कोई ताल्लुक नहीं है। पिछले 6 साल से पेप्पी से जुड़े रहे कोहली का कॉन्ट्रैक्ट हाल ही में खत्म हुआ है। कंपनी फिर से उनका कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू करना चाहती है, लेकिन शक्कर और कार्बोनेटेड पेय से बढ़ रहे संकट को देखते हुए कोहली ने इसके लिए मना कर दिया है। सीएनएन-आईबीएन को दिए एक इंटरव्यू में कोहली ने कहा, जब मैंने अपना फिटनेट टर्नराउंड शुरू किया था तो यह लाइफस्टाइल से ज्यादा बड़ी बात थी। अगर कुछ उससे अलग होता है तो मैं उसका प्रचार नहीं करूंगा।
बिजनेस इनसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा, हम जमीन पर कुछ अलग बदलाव करने की कोशिश कर रहे हैं। जिन चीजों का मैंने पहले प्रचार किया था, मैं उनका नाम नहीं लूंगा। लेकिन अब मैं उनसे खुद को जुड़ा हुआ महसूस नहीं करता हूं। उन्होंने कहा, अगर मैं खुद ही उन चीजों का इस्तेमाल नहीं करता तो सिर्फ अपनी कमाई के लिए दूसरों से उसे इस्तेमाल करने को नहीं कह सकता। फिलहाल कोहली आईसीसी चैम्पियन्स ट्रॉफी के लिए इंग्लैंड में हैं। वह 18 ब्रैंड्स जिसमें पेप्सी, हर्बललाइफ, बूस्ट शामिल हैं, का प्रचार करते हैं। अन्य ब्रैंड्स में एमआरएफ टायर्स, टिसॉट घड़ियां, प्यूमा स्पोर्ट्स गियर, कोलगेट ओरल केयर, अॉडी गाड़ियां और सैमसोनाइट लगेज शामिल हैं।