अपने जमाने की मशहूर और खूबसूरत एक्ट्रेस सिमी ग्रेवाल ने महज 15 साल की उम्र में फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था। सिमी ग्रेवाल का बचपन इंग्लैंड में बिता था इसलिए इंग्लिश लैंग्वेज की वजह से उन्हें फिल्ममेकर्स ने ‘टार्जन गोज टू इंडिया’ फिल्म में एक रोल ऑफर दिया था। साल 1962 में रिलीज हुई इस फिल्म से सिमी ने डेब्यू किया था, जिसमें एक्टर फिरोज खान भी नजर आए थे। इसके बाद सिमी ने कई हिट फिल्म में काम किया। साल 1970 में रिलीज हुई सुपरहिट फिल्म मेरा नाम जोकर को आखिर कौन भुला सकता है। इस फिल्म में एक टीचर का रोल निभा रही सिमी ग्रेवाल ने उस वक्त बोल्ड सीन देकर काफी सुर्खियां बटोरी थी। चलिए आज हम आपको सिमी ग्रेवाल से जुड़ा एक रोचक किस्सा बताते हैं। जब डायरेक्टर शूटिंग के दौरान सिमी ग्रेवाल से इतना परेशान हो गया कि उन्हें आगे अपनी फिल्म में कभी कास्ट न करने के लिए ठान लिया था।
दरअसल यह वाकया साल 1974 में रिलीज हुई फिल्म डाक बंगला की शूटिंग के दौरान का है। गिरीश रंजन के निर्देशन में बनी फिल्म डाक बंगला में एक्ट्रेस सिमी ग्रेवाल के साथ एक्टर नितिन सेठी नजर आए थे। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान डायरेक्टर गिरीश रंजन सिमी से काफी परेशान हो गए थे। यहां तक कि उन्होंने ठान लिया था कि वह आगे कभी सिमी को अपनी किसी भी फिल्म में काम नहीं देंगे।
हुआ कुछ यूं था कि सिमी ग्रेवाल फिल्म डाक बंगला की शूटिंग के दौरान हमेशा देर से आती थीं। लेट आने के बावजूद घंटों मेकअप रूम में मेकअप करती रहती थीं। डायरेक्टर सिमी से इसलिए भी परेशान रहते थे क्योंकि लंच के बाद सिमी ग्रेवाल अक्सर मेकअप रूम में सो जाया करती थीं, जिसका असर फिल्म के बजट पर भी पड़ता था।