ओलंपिक-2012 में ब्रॉन्ज और कॉमनवेल्थ गेम्स-2010 में स्वर्ण पदक विजेता सायना नेहवाल के पिता हरवीर नेहवाल के साथ गेम्स विलेज में हुआ विवाद आखिरकार खत्म हो गया। हाल ही में कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए सायना के पिता की गेम्स विलेज में एंट्री को लेकर विवाद सामने आया था लेकिन अब उन्हें एंट्री कार्ड(एक्रीडेशन) दे दिया गया है।
इस बात की जानकारी खुद सायना ने सोशल मीडिया पर इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन (आईओए) को धन्यवाद देते हुए दी और लिखा,‘आईओए को मैं धन्यवाद देना चाहती हूं कि इतने कम समय में मेरे पिता को एक्रीडेशन दे दिया गया। मैं आशा करती हूं कि मेरे होने वाले मैच बहुत शानदार होंगे और मेरी वजह से हुई परेशानी के लिए मैं सब से माफी चाहती हूं।
इस विवाद के खत्म होने की जानकारी आईओए ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट के जरिए देते हुए फोटो शेयर करते हुए लिखा,‘एक्रीडेशन दे दिया गया है। सायना खुश हैं। ऑल इस गोल्ड, ऑल द बैस्ट सायना।’ इससे पहले विवाद के बाद सायना ने आईओए को पत्र लिखते हुए कहा था, ‘मैंने आपको संदेश भेजा और आपसे बात करने की भी कोशिश की लेकिन आपने मेरा फोन नहीं उठाया, लेकिन मेरे पिता को लेकर बड़ा मुद्दा बना दिया गया है। अगर उनका एक अधिकारी के रूप में एक्रीडेशन नहीं बनता है तो मेैं मैच नहीं खेलूंगी।’
आईओए के वरिष्ठ अधिकारी ने एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा, ‘खिलाड़ियों की मदद करना हमारा कर्तव्य है। उन्हें पदक जीतने पर ध्यान देना चाहिए। हां, सायना ने वरिष्ठ अधिकारी को पत्र लिखा था, लेकिन हम इसे मुद्दा नहीं बनाना चाहते हैं। हमने अभी समस्या का निवारण कर दिया है। हम पत्र की भाषा पर टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं।’ वहीं भारतीय दल के प्रमुख विक्रम सिसौदिया ने कहा, ‘मुझे उनका कोई पत्र नहीं मिला है। उन्होंने केवल मुझे समस्या से अवगत कराया और कहा कि इसे सुलझाने के लिए क्या कुछ किया जा सकता है।’
दरअसल सायना के पिता हरवीर नेहवाल को गेम्स विलेज में घुसने से रोक दिया गया था। इसकी जानकारी देते हुए सायना ने बताया था कि आईओए की भेजी हुई लिस्ट में भारतीय टीम के अधिकारियों में उनके पिता का नाम शामिल था। वहीं गेम्स विलेज पहुंचने पर उन्हें पता चला कि उनके पिता का नाम लिस्ट से हटा दिया गया था।