Deployed to the appropriate officers to speed up the project: CM Yogi.
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने ‘नमामि गंगे’ परियोजना, ‘अमृत’ योजना’ तथा ‘स्मार्ट सिटी मिशन’ में कार्य की गति बढ़ाए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश जल निगम के अध्यक्ष एवं प्रमुख सचिव नगर विकास को ‘नमामि गंगे’ परियोजना के कार्यों की साप्ताहिक तथा प्रबन्ध निदेशक जल निगम को दैनिक समीक्षा करने के निर्देश देते हुए कहा कि परियोजना की गति बढ़ाने के लिए योग्य, कुशल और परिणाम दे सकने वाले अधिकारियों को तैनात किया जाए तथा उनकी जवाबदेही सुनिश्चित करते हुए कार्य की प्रगति बढ़ायी जाए।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को शास्त्री भवन में ‘नमामि गंगे’ परियोजना, ‘अमृत’ योजना तथा ‘स्मार्ट सिटी मिशन’ परियोजनाओं के कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं में गति लाने के लिए टेण्डर आदि के सम्बन्ध में सरलीकृत और प्रतिस्पर्धात्मक प्रक्रिया अपनायी जाए। साथ ही, कार्यों को समयबद्ध ढंग से पूरा कराने पर विशेष बल दिया जाए।
‘नमामि गंगे’ परियोजना के तहत घरेलू सीवर कनेक्शन जोड़ने की गति पर असंतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि घरेलू सीवर कनेक्शन जोड़ने में तेजी लायी जाए। 01 अक्टूबर, 2018 से प्रतिदिन 10 हजार घरेलू सीवर कनेक्शन जोड़ने की गति सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक व्यवस्था की जाए। इस कार्य में गुणवत्ता का भी पूरा ध्यान रखा जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयाग कुम्भ-2019 के दौरान 15 जनवरी से 4 मार्च तक देश एवं दुनिया की प्रमुख विभूतियां दर्शन और स्नान के लिए यहां पधारेंगी। इस दौरान प्रमुख पर्वों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के स्नान हेतु आने के साथ ही, बड़ी संख्या में पर्यटक भी आएंगे। कुम्भ के अवसर पर संगम क्षेत्र में साफ-सफाई और अन्य व्यवस्था ऐसी हो कि हर व्यक्ति में कुम्भ पर्व के प्रति सहज श्रद्धा उत्पन्न हो जाए। प्रयाग कुम्भ-2019 की तैयारी इस बात को ध्यान में रखकर की जानी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयाग कुम्भ-2019 के दृष्टिगत यह सुनिश्चित किया जाए कि 15 दिसम्बर, 2018 के पश्चात कोई भी गंदा नाला अथवा औद्योगिक तरल और ठोस कचरा किसी भी दशा में गंगा जी एवं उनकी सहायक नदियों में न गिरे। 15 जनवरी, 2019 से बिजनौर से लेकर बलिया तक गंगा जी को हर हाल में अविरल एवं निर्मल रखा जाना है। नगर विकास एवं सिंचाई विभाग पहले से ही बैठक कर इस बात को सुनिश्चित कर लें कि कुम्भ के दौरान गंगा जी में पर्याप्त मात्रा में जल उपलब्ध रहे और प्रवाह भी अच्छा हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल में गंदगी डालना महापाप है। इसे रोकने के लिए व्यवस्था बनाए जाने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री जी द्वारा 15 सितम्बर, 2018 से ‘स्वच्छता ही सेवा’ पखवाड़ा प्रारम्भ किया गया है। इस पखवाड़े का पूरा उपयोग करते हुए साफ-सफाई के विशेष अभियान संचालित किए जाएं। इस दौरान सड़क, पार्क, खाली प्लाॅट आदि स्थानों की सफाई पर विशेष बल दिया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कूड़े का निस्तारण सड़क के किनारे न हो, इसके लिए आवासीय क्षेत्र से दूर डम्पिंग ग्राउण्ड निर्धारित कर सही ढंग से कूड़े का निस्तारण किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नगर निकायों में साफ-सफाई के साथ खुले नालों को ढकने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नगर निकाय में माॅडल के रूप में एक ऐसा आकर्षक पथ विकसित किया जाए, जिस पर जाकर प्रत्येक नगरवासी को गौरव की अनुभूति हो। इस पथ के सौन्दर्यीकरण के साथ ही सभी आवश्यक और आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करायी जानी चाहिए। इसका नामकरण पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के नाम पर ‘अटल गौरव पथ’ किया जाए।
बता दें, इस अवसर पर मुख्य सचिव डाॅ0 अनूप चन्द्र पाण्डेय, उत्तर प्रदेश जल निगम के अध्यक्ष श्री जी0बी0 पटनायक, प्रमुख सचिव नगर विकास श्री मनोज कुमार सिंह, सचिव मुख्यमंत्री श्री मृत्युन्जय कुमार नारायण सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।