Miss World 2017 Winner, Manushi Chhillar: हरियाणा की रहने वाली मानुषी छिल्लर ने 2017 का मिस वर्ल्ड खिताब अपने नाम कर लिया है। 54वें फेमिना मिस इंडिया वर्ल्ड 2017 में मानुषी ने विश्व सुंदरी का ताज जीता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि फेमिना मिस इंडिया मानुषी का परिवार मूल रूप से बहादुरगढ़ के बामडौली गांव का रहने वाला है। मानुषी के सर पर मिस वर्ल्ड का ताज सजने के बाद इस गांव में खुशी का माहौल है। यहां के लोगों का कहना है कि हरियाणा की बेटी ने दुनिया में एक बार फिर से भारत का नाम रोशन किया है। गांव वालों का मानना है कि मानुषी की कामयाबी एक बार फिर से यहां के लोगों को बेटियों के बारे में अलग ढंग से सोचने को मजबूर करेगी। मानुषी को शुभकामनाएं देते हुए गांव वालों ने कहा कि उन्हें यकीन है कि हरियाणा की ये बेटी समाज सेवा का काम करेगी, खास कर लड़कियों और महिलाओं के उत्थान के लिए।
मानुषी के पिता मित्रबसु पेशे से डॉक्टर हैं और दिल्ली के इंस्टिट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसन एंड अलाइड साइंसेज (इनमास) में असिस्टेंट डायरेक्टर हैं। मानुषी की मां नीलम इब्मास कालेज में बायोकेमिस्ट्री की प्रोफेसर हैं। मानुषी खुद भी मेडिकल की स्टूडेंट हैं। लगभग 15-20 साल पहले मानुषी के परिवार को नौकरी के चक्कर में अपना गांव छोड़ना पड़ा था। मानुषी की प्रांरभिक पढ़ाई दिल्ली के संत थॉमस स्कूल में हुई। इसके बाद मानुषी ने भगत फूल सिंह गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज फॉर वीमेन सोनीपत में अपनी पढ़ाई की।
मानुषी छिल्लर ने सान्या शहर के एरीना में आयोजित समारोह में दुनिया के विभिन्न हिस्सों से 108 सुंदरियां को पछाड़ कर यह खिताब अपने नाम किया है। मिस वर्ल्ड 2016 की विजेता प्यूटरे रिको की स्टेफनी डेल वैले ने नई विश्व सुंदरी को मिस वर्ल्ड 2017 का ताज पहनाया। चीन के सान्या शहर में इस कॉम्पीटिशन के दौरान मानुषी का पूरा परिवार मौजूद था। बता दें कि कुचिपुड़ी डांसर मानुषी को पंजा लड़ाना पसंद है। मानुषी छिब्बर फिटनेस फ्रीक हैं और जिम में जमकर वर्कआउट करती हैं। इस कॉम्पीटिशन से पहले मानुषी छिल्लर ने इसी साल मई 2017 में फेमिना मिस इंडिया का खिताब जीता था। फेमिना मिस इंडिया 2017 के फाइनल में ये आखिरी सवाल पूछा गया कि 30 कॉम्पीटिटर्स के साथ एक महीने वक्त गुजारने के बाद वे यहां से क्या सबक लेकर जाएंगी। तो मानुषी ने गजब के आत्म विश्वास के साथ कहा कि “इस यात्रा के दौरान मेरा एक सपना था, जिसके साथ एक विश्वास आया कि मैं दुनिया बदल सकती हूँ।’