Friday, April 19, 2024
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श्रीनगर में स्‍कूल-कॉलेज बंद, इंटरनेट सेवा रोकी गई: कठुआ गैंगरेप

SI News Today

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में कठुआ गैंगरेप केस में बलात्कार पीड़िता के लिये इंसाफ की मांग को लेकर हालिया प्रदर्शनों के मद्देनजर अफवाह फैलाने वालों पर अंकुश लगाने के इरादे से श्रीनगर में इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी गई है. वहीं दक्षिण कश्मीर के कई हिस्सों में हाई-स्पीड नेटवर्क की गति कम कर दी गई है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि महज कुछ घंटों के लिये ऐहतियात के तौर पर मोबाइल इंटरनेट सेवा निलंबित की जा रही है। यह कदम ऐहतियात के तौर पर उठाया गया है ताकि अफवाहों को फैलने से और शरारती तत्वों को कानून व्यवस्था में किसी तरह की समस्या पैदा करने से रोका जा सके। घाटी के बाकी के हिस्सों में मोबाइल इंटरनेट सेवा सामान्य है वहीं दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग, कुलगाम, पुलवामा और शोपियां में इसकी गति कम की गई है। छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए अधिकारियों को मजबूरन घाटी के अधिकतर कॉलेजों एवं उच्च माध्यमिक शिक्षण संस्थानों को बंद करने का निर्देश देना पड़ा है।

आरोपियों के खिलाफ मिले सुबूत
केस में दिल्ली की लैब में हुए फॉरेंसिक टेस्ट से आरोपियों के खिलाफ सबसे मजबूत सबूत सामने आए हैं. टेस्ट रिपोर्ट में ये साफ हो गया है कि बकरवाल समुदाय की आठ साल की बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार की वारदात को जम्मू के रसाना गांव के देवस्थल में ही अंजाम दिया गया था. रिपोर्ट में बच्ची को नशे की दवाई दिए जाने की बात भी सही पाई गई है. इस रिपोर्ट के बाद आरोपियों के खिलाफ पुलिस का केस और मजबूत हो गया है. कागजी कार्रवाई पूरी होते ही जम्मू कश्मीर पुलिस रिपोर्ट को लेकर कोर्ट जाएगी. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, घटनास्थल से जम्मू कश्मीर क्राइम ब्रांच द्वारा बरामद किए गए बालों का डीएनए टेस्ट किया गया तो वो पीड़िता के डीएनए से मैच हुए. टेस्ट रिपोर्ट में ये भी सामने आया है कि पीड़ित बच्ची को आरोपियों ने क्लोनाजेपम नामक दवाई दी थी. ये दवाई उन मरीजों को दी जाती है, जिन्हें दौरे पड़ने की बीमारी होती है. पीड़िता की शरीर में मिली दवाई की मात्रा ये दर्शाती है कि आरोपियों ने उसे ये दवाई बड़ी मात्रा में दी थी.

बालों से मिला आरोपी का डीएनए
घटनास्थल की गिली और सूखी मिट्टी के सैंपल में भी जो खून मिला था वो पीड़िता के खून से मैच हुआ है. मिट्टी से मिले बालों के अवशेष भी फॉरेंसिक रिपोर्ट में आरोपी शुभम सांगरा के डीएनए से मैच हुए हैं. शुभम, कठुआ गैंगरेप के मुख्य आरोपी सांझी राम का भांजा है. इस घटना में सांझी राम का बेटा भी शामिल था. गौरतलब है कि इससे पहले पीड़िता के कपड़ों को जब फॉरेंसिक लैब भेजा गया था तो उस पर खून के निशान नहीं मिले थे, जिससे एसआईटी के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई थीं. चार्जशीट में सामने आया था कि आरोपियों ने सबूत मिटाने के इरादे से पीड़िता के कपड़े धो दिए थे. इसके बाद जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजीपी ने गृह मंत्रालय से सहायता मांगते हुए दिल्ली की फॉरेंसिक लैब में जांच करवाए जाने की मांग की थी.

क्या है कठुआ गैंगरेप मामला
10 जनवरी को कठुआ बकरवाल समुदाय के एक परिवार की आठ साल की बच्ची अचानक गायब हो गई थी. उसके लापता होने की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज करवाई गई थी. चार्जशीट के मुताबिक, आरोपियों ने घोड़े ढूंढने में मदद करने के बहाने लड़की को अगवा कर लिया था. बच्ची को देवीस्थान में बंधक बनाए रखा गया था. उसे बेहोश रखने के लिए नशे की दवाइयां दी गईं. 17 जनवरी को झाड़ियों में बच्ची का शव पाया गया था. मेडिकल जांच में गैंगरेप की पुष्टी हुई. बच्ची का अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या करने के मामले में मुख्य आरोपी सांजी राम समेत आठ लोगों का आरोपी बनाते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.

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